इंदौर को करना होगा इंतजार

इंदौर में 385 कंटेनमेंट एरिया बनाए जा चुके हैं। इनमे से 26 कंटेनमेंट एरिया पिछले दो दिन में बनाए गए हैं।

Publish: May 15, 2020, 06:22 AM IST

Photo courtesy : rajexpress
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कोरोना संक्रमण में देश का हॉट स्‍पॉट बने इंदौर शहर में कोरोना संक्रमण के कारण हालात बिगड़ते जा रहे हैं। शहर की बिगड़ी हुई स्थिति का अंदाज़ा यहाँ के कंटेनमेंट एरिया की संख्या से लगाया जा सकता है। इंदौर में 385 कंटेनमेंट एरिया बनाए जा चुके हैं। इनमे से 26 नए कंटेनमेंट एरिया पिछले दो दिन में बनाए गए हैं। इन आंकड़ों को देखते हुए 17 मई के बाद भी प्रशासन लॉक डाउन में ढील देने की स्थिति में नहीं दिख रहा है।

बुधवार को इंदौर संभाग के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने लॉकडाउन को लेकर जन प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी। बैठक में कोरोना से उत्पन्न परिस्थितियों पर विचार विमर्श किया गया। 17 मई के बाद लॉक डाउन में ढील देने संबंधी सुझाव भी मांगे। इस बैठक में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, इंदौर सांसद शंकर लालवानी के साथ कमिश्नर आकाश त्रिपाठी, आईजी विवेक शर्मा, कलेक्टर मनीष सिंह और आयुक्त नगर निगम प्रतिभा पाल सहित कई अधिकारी मौजूद थे। इस बैठक में आम राय थी कि लॉकडाउन में छूट देने में जल्‍दी नहीं करनी चाहिए। कलेक्‍टर मनीष सिंह और सांसद शंकर लालवानी पहले ही यह संकेत दे चुके हैं।

इंदौर के 85 वार्डों में 81 वार्ड संक्रमण की चपेट में हैं। यहाँ मरीज़ों का आंकड़ा दो हज़ार के ऊपर पहुँच गया है। जिसने शासन और प्रशासन की चिंता को बढ़ा दिया है। शहर में संक्रमण की दर 6.5 बढ़कर  9 प्रतिशत पर पहुँच गई है और रिकवरी रेट 48 से घटकर 47 फीसदी हो गया है। बुधवार को इंदौर में 131 नए पॉजिटिव केस सामने आने के बाद कुल मरीज़ों की संख्या 2238 पर पहुँच गई है। जो कि एमपी में मिले कुल 4,330  मामलो में आधे से ज़्यादा है। यानी प्रदेश के संक्रमित सभी जिलों में जितने मरीज़ हैं उनसे ज़्यादा अकेले इंदौर शहर में हैं। इंदौर में कोविड- 19 के कारण 96 लोगों की जान भी जा चुकी है।