पिछले दरवाजे से लाडली बहना योजना बंद करना चाहती है सरकार, कमलनाथ ने हितग्राहियों की संख्या घटने पर उठाए सवाल

पिछले 2 साल में लाडली बहना योजना से 3 लाख महिलाओं को बाहर किया जा चुका है। अब रिपोर्ट आ रही है कि समग्र पोर्टल से महिलाओं के नाम डिलीट हो रहे हैं: कमलनाथ

Updated: Feb 19, 2025, 02:47 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश की सबसे चर्चित योजनाओं में से एक लाड़ली बहना योजना को लेकर फिर से सियासत गरमा गई है। दरअसल, पिछले दो साल में साढ़े तीन लाख हितग्राहियों के नाम योजना से बाहर हो गए हैं। इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार इस योजना को बंद करने का षडयंत्र रच रही है।

कमलनाथ ने एक एक्स पोस्ट में लिखा, 'ऐसा लगता है कि मध्य प्रदेश की सरकार पिछले दरवाजे से लाडली बहना योजना बंद करना चाहती है। चुनावी फायदे के लिए भाजपा ने महिलाओं को सम्मान राशि दी और चुनाव जीतने के बाद 'मतलब निकल गया तो पहचानते नहीं' वाली बात हो गई है। पिछले 2 साल में लाडली बहना योजना से 3 लाख महिलाओं को बाहर किया जा चुका है। अब रिपोर्ट आ रही है कि समग्र पोर्टल से महिलाओं के नाम डिलीट हो रहे हैं।'

कमलनाथ ने आगे लिखा, 'मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आगर मालवा और बैतूल के कलेक्टरों ने इस संबंध में पत्र भी लिखा है। पत्र में कहा गया है कि लाडली बहना योजना पोर्टल के तहत हितग्राहियों के नाम समग्र से डिलीट होने और आधार के समग्र से डी लिंक हो जाने के कारण बहुत सी महिलाओं को आर्थिक सहायता नहीं मिल पा रही है। अगर गौर से देखें तो सितंबर 2023 के बाद से फरवरी 2025 तक लाडली बहना योजना की हितग्राहियों की संख्या लगातार घट रही है। और अब उनके नाम डिलीट होना शुरू हो गए हैं।'

पूर्व मुख्यमंत्री ने अंत में लिखा कि, 'असल में चुनावी फायदे के लिए भाजपा ने मध्य प्रदेश की महिलाओं से ₹3000 प्रति महीने लाडली बहना योजना में देने का वादा किया था। यह वादा पूरा करना तो दूर अब जानबूझकर षड्यंत्र रचकर महिलाओं को अपात्र बनाया जा रहा है ताकि उन्हें सम्मान राशि ना देना पड़े। यह एक खुला षड्यंत्र है जिसे कांग्रेस पार्टी हर स्तर पर बेनकाब करेगी।'