40 साल बाद भोपाल से हटा यूनियन कार्बाइड का जहरीला कचरा, कड़ी सुरक्षा में पहुंचा पीथमपुर

भोपाल गैस त्रासदी का जहरीला कचरा 40 साल बाद आखिरकार भोपाल से हटा दिया गया, कचरा पीथमपुर में जलाया जाएगा, गुरुवार की सुबह कचरा पीथमपुर पहुंच गया है।

Updated: Jan 02, 2025, 11:12 AM IST

भोपाल। चालीस साल पहले हुए दुनिया के सबसे बड़े औद्योगिक हादसे के बाद उसके कचरे से भोपाल को अब जाकर मुक्ति मिली है। भोपाल की यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री का 337 मीट्रिक टन जहरीला कचरा आखिरकार 40 साल बाद हट गया। भोपाल से बुधवार रात 9 बजे कचरे से भरे 12 कंटेनर हाई सिक्योरिटी के बीच पीथमपुर के लिए रवाना किए गए। 

पुलिस सुरक्षा के बीच ग्रीन कॉरिडोर बनाकर कंटेनरों को भोपाल से रवाना किया गया जो पांच जिलों से होकर पीथमपुर पहुंचे। कंटेनर आष्टा टोल पर पहुंचे तो 3 किलोमीटर लंबा जाम लग गया। 250 किमी का सफर 8 घंटे में तय कर सुबह 5 बजे सभी कंटेनर पीथमपुर के आशापुरा गांव स्थित रामकी एनवायरो फैक्ट्री पहुंचे। यहां इस कचरे को जलाया जाएगा। यहां भी रातभर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही।

कंटेनर्स के आगे पुलिस की 5 गाड़ियां थीं। 100 पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। आष्टा के अलावा भी कुछ जगह जाम के हालात बने। बता दें, 10 साल की लंबी कानूनी लड़ाई के बाद भोपाल से ये जहरीला कचरा हटाया जा सकता है। इससे यूनियन कार्बाइड परिसर के 3 किलोमीटर दायरे की 42 बस्तियों का भूजल प्रदूषित हो चुका है।

कचरे की शिफ्टिंग की प्रोसेस रविवार दोपहर से शुरू हुई थी। 4 दिन बैग्स में 337 मीट्रिक टन कचरा पैक किया गया। मंगलवार रात से इसे कंटेनर्स में लोड करना शुरू किया। बुधवार दोपहर तक प्रोसेस पूरी कर ली गई और रात में इसे पीथमपुर रवाना किया गया। दरअसल, हाईकोर्ट ने 6 जनवरी तक इस जहरीले कचरे को हटाने के निर्देश दिए थे। 3 जनवरी यानी शुक्रवार को सरकार को हाईकोर्ट में रिपोर्ट पेश करना है।

उधर, कंटेनर और रामकी कंपनी की सुरक्षा व्यवस्था के लिए बड़ी संख्या में पीथमपुर में पुलिस बल तैनात किया गया है। उनकी निगरानी में ही सारे कंटेनर पीथमपुर पहुंचे। पीथमपुर पहुंचने से पहले ही पुलिस ने पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया था। रामकी कंपनी परिसर से पहले ही चार स्थानों पर बैरिकेटिंग कर दी गई थी। कंपनी से 1 km दूर मीडिया को भी रोका गया है। कंपनी परिसर में कई आला अधिकारी और बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए हैं।

अब इस कचरे को लेकर पीथमपुर नगर वासियों का विरोध प्रदर्शन भी तेज हो चुका है। आज गुरुवार को पीथमपुर में स्थानीय लोग मौन धरना प्रदर्शन करेंगे। वहीं पीथमपुर बचाओ समिति दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेगी। इतना ही नहीं कल 3 जनवरी को पीथमपुर बंद का भी आह्वान किया गया है। अब स्थानीय भाजपा भी इस प्रदर्शन का समर्थन कर रही है। फिलहाल भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच में कंटेनर पीथमपुर की रामकी कंपनी में पहुंच चुके हैं। कंपनी के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।