इंदौर में बजरंग दल कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी, प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए युवक-युवतियों से की मारपीट

बजरंग दल कार्यकर्ता खुलेआम मीडिया के सामने ही युवक-युवती को जान से मारने की धमकी देने लगे। इसके बाद उन्होंने मारपीट भी की।

Updated: Jul 24, 2025, 05:22 PM IST

इंदौर। इंदौर में एक बार फिर बजरंग दल का उपद्रव देखने को मिला है। बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने यहां प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए 8 युवक-युवतियों के साथ मारपीट की है। बताया जा रहा है कि बजरंगियों ने युवतियों के साथ भी धक्का-मुक्की की। इस दौरान वहां मौजूद मीडियाकर्मियों ने उनका बीच-बचाव किया। सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें भीड़ से बचाकर सुरक्षित बाहर निकाला। बाद में पुलिस युवक-युवतियों को अपने साथ थाने लेकर गई।

रिपोर्ट्स के मुताबिक यह मामला देवास जिले के बरोठा थाना क्षेत्र के शुक्रवासा गांव से जुड़ा है। जहां कथित रूप से धर्म परिवर्तन की शिकायत पर पुलिस ने चार लोगों हिरासत में लिया था। इस पूरे मामले को लेकर सौरभ बनर्जी और उनके साथ एक युवती गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने इंदौर आए थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू होने से पहले ही बजरंग दल के लोगों ने सौरभ और युवती के साथ मारपीट कर दी। 

मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने उन्हें बचाया, वहीं कुछ ही देर में सेंट्रल कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंच गई। बताया जा रहा है कि सौरभ बनर्जी पत्रकार हैं। 2018 में फ्री प्रेस अखबार से निकलने के बाद अभी नेशनल हैराल्ड में काम कर रहे हैं। वे अन्य समाजसेवियों के साथ मिलकर देवास के पर्वतपुरा पंचायत व आसपास के क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य व अन्य समस्याओं को लेकर कार्यरत हैं।

बताया जा रहा है कि बजरंग दल कार्यकर्ता खुलेआम मीडिया के सामने ही सौरभ और उनके साथ आई युवती को जान से मारने की धमकी देने लगे। इसके बाद उन्होंने सौरभ को मीडिया से बात नहीं करने की चेतावनी दी। इस पूरे घटनाक्रम के दौरान प्रेस क्लब के बाहर काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। वहीं, इस मामले पर बजरंग दल के विभाग संयोजक अविनाश कौशल ने सफाई देते हुए कि ये लोग देवास के जंगलों में बड़ी संख्या में धर्मांतरण हो रहा है। इंदौर में हमने इन्हें समझाने की कोशिश की। इस पर ये हमें ही धमकाने लगे।

मामले पर सौरभ बनर्जी ने कहा कि उन पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं। उन्होंने बताया कि वे भी पूजा-पाठ करते हैं और धर्मांतरण से उनका कोई लेना-देना नहीं है। उन पर विदेशी फंडिंग और धर्मांतरण के झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे जो भी सामाजिक काम करते हैं, वे सभी प्रशासन की जानकारी में होते हैं। उनके लगाए शिविरों की जानकारी भी प्रशासन को दी गई है।