MP में नाम बदलो अभियान जारी, अब नसरुल्लागंज का नाम बदलेगी शिवराज सरकार, केंद्र को भेजा प्रस्ताव

नसरुल्लागंज का नाम रखा जाएगा भेरुंडा, सीएम शिवराज का ऐलान, विपक्ष ने सीएम शिवराज पर सांप्रदायिक एजेंडा को बढ़ावा देने का लगाया आरोप

Updated: Apr 25, 2022, 09:07 AM IST

नसरुल्लागंज। मध्य प्रदेश में नाम बदलो अभियान निरंतर जारी है। होशंगाबाद, बाबई, हबीबगंज रेलवे स्टेशन, मिंटो हॉल के बाद अब नसरुल्लागंज का नाम बदलने की तैयारी है। राज्य सरकार ने केंद्र को इस संबंध में प्रस्ताव भेज दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया हैं कि नसरुल्लागंज का नाम बदलकर भेरुंडा रखा जाएगा।

नसरुल्लागंज सीएम शिवराज सिंह चौहान के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में आता है। सीएम चौहान ने रविवार को राजधानी भोपाल से करीब 90 किमी दूर स्थित एक कस्बे के खेलकूद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह बात कही। जानकार बताते हैं कि भोपाल नवाब सुल्तान जहान बेगम ने भोपाल के पास अपने तीनों बेटों को जागीरें दीं। ज्येष्ठ पुत्र नसरुल्ला खां को जो जागीर मिली उसका नाम आगे चलकर नसरुल्लागंज हो गया। यहां काफी संख्या में बुनकर रहते थे और बड़े स्तर पर कालीन बुनने का काम किया जाता था।

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दक्षिणपंथी संगठन काफी समय से नसरुल्लागंज का नाम बदलने की मांग कर रहे थे। अब सीएम ने भी नाम बदलने का ऐलान कर दिया है। कांग्रेस ने इसके माध्यम से सीएम चौहान पर सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने और राज्य में शांति भंग करने का एजेंडा चलाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा कि जब राज्य का मुखिया ही सांप्रदायिकता को बढ़ावा दे रहा है तो शांति कैसे बनाई रखी जा सकती है। सीएम को विकास की बात करनी चाहिए जो राज्य में भाजपा शासन के दौरान नहीं हुआ।

मामले पर बीजेपी नेता रजनीश अग्रवाल ने पीटीआई भाषा को कहा कि शिवराज सरकार प्रदेश के विकास पर लगातार ध्यान दे रही है, लेकिन हर गांव, कस्बे और शहर की अपनी एक पहचान होती है। उसके गौरव से जुड़ा इतिहास होता है। कांग्रेस को प्राचीन नाम बहाल करने में सांप्रदायिकता दिख रही है, क्योंकि विपक्षी दल आजादी के बाद से ही तुष्टिकरण की राजनीति कर रहे हैं।