कांग्रेस नेताओं पर FIR के खिलाफ कमिश्नर कार्यालय पहुंचे दिग्विजय सिंह, 15 दिन में मुकदमा वापस लेने का दिया अल्टीमेटम
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं 1971 से राजनीति में हूं। पक्ष और विपक्ष दोनों का हिस्सा रहा हूं लेकिन कभी पुलिस को सत्ताधारी दल के कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते हुए नहीं देखा।

इंदौर। इंदौर की तेजाजी नगर पुलिस ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के दो भाइयों सहित पार्टी के जिला अध्यक्ष पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। कांग्रेस इसे झूठा FIR करार देते हुए कहा कि भाजपा सरकार पर बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है। इस सिलसिले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह शुक्रवार को इंदौर पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे। उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर एडिशनल पुलिस कमिश्नर से मुलाकात की और 15 दिन के भीतर मुकदमा वापस लेने का अल्टीमेटम दिया।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने यह मामला 71 वर्षीय नरेंद्र मेहता की शिकायत पर दर्ज किया है, जिसमें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के भाई नाना पटवारी, भारत पटवारी और कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव के खिलाफ फर्जी दस्तावेज बनाकर तकरीबन साढ़े छ एकड़ जमीन पर कब्जा करने का आरोप लगाया है। इसी के खिलाफ दिग्विजय सिंह शुक्रवार को पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचे। सिंह ने कहा कि 15 दिनों में पुलिस द्वारा यदि इस झूठे केस को वापस नहीं लिया गया तो इंदौर सहित पूरे मध्य प्रदेश में उग्र आंदोलन किया जाएगा और इसकी जिम्मेदार पुलिस पर रहेगी।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि साल 1971 से आज तक मैं विरोध में भी रहा और सत्ता में भी लेकिन मैंने पुलिस को सत्ताधारी दल के कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते हुए कभी नहीं देखा। मेरे 10 साल के कार्यकाल में किसी भी भाजपा कार्यकर्ता या नेता पर कोई झूठा केस दर्ज नहीं हुआ। न ही उन्हें कभी किसी तरह की कोई प्रताड़ना दी गई। लेकिन हम इंदौर में ये देख रहे हैं कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई की जा रही है।
सिंह ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ताओं को खुलकर छूट दी जा रही है। वो कांग्रेस के लोगों के साथ मारपीट करते हैं। उनके परिवार के सामने उन्हें नंगा कराया जाता। फिर भी उन अपराधियों पर रियायत बरती जाती है। अभी फिलहाल एक महीने के अंदर हमारे सामने दो केस आ चुके हैं। ऐसे में सवाल बहुत सारे हैं लेकिन इस मामले में साफ दिख रहा है कि झूठा केस दर्ज कर इन्हें फसाया जा रहा है। इस मामले में हमने पुलिस के सीनियर अधिकारियों से मुलाकात कर उन्हें 15 दिनों का अल्टीमेटम दिया है। मामले पर एडिशनल पुलिस कमिश्नर राजेश दंडोतिया का कहना है कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। दिग्विजय सिंह ने हमें ज्ञापन दिया हैं। उन्होंने जो मांग की है, उसकी जांच की जा रही है।