MP: कीचड़ में धंसी उम्मीदें, प्रसूता को खाट पर लिटाकर ले गए परिजन, नवजात की मौत

चितरंगी इलाके से ही प्रदेश की पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राधा सिंह आती हैं। सोशल मीडिया पर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं कि अगर मंत्री जी अपने गृह ग्राम की सड़क नहीं बनवा पा रहीं तो बाकी प्रदेश का क्या हाल होगा।

Updated: Jul 20, 2025, 04:15 PM IST

सिंगरौली। मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले से सरकारी दावों की पोल खोलने वाली एक शर्मन तस्वीर सामने आई है। इस तस्वीर को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में विकास की वास्तविक स्थिति क्या है। यहां सड़क न होने के कारण एक प्रसूता को खाट पर लिटाकर कई किलोमीटर तक पैदल अस्पताल ले जाया गया। उसने दो जुड़वां बच्ची को जन्म दिया जिसमें एक को बचाया नहीं जा सका।

मध्य प्रदेश सरकार का दावा है कि अब गरीबों को अस्पताल तक ले जाने के लिए एयर एंबुलेंस तक की सुविधा नि:शुल्क मिल रही है। परन्तु हकीकत कुछ और ही है। सिंगरौली जिले में सड़क नहीं होने के कारण एक प्रसूता अस्पताल नहीं जा सकी। प्रसव जटिल होने के बावजूद उसे घर पर ही रहना पड़ा।

धानी ग्राम के निवासी बृहस्पति कोल की पत्नी गल्लू देवी ने तमाम जटिलताओं के बीच शुक्रवार शाम 5 बजे जुड़वां बच्चियों को जन्म दिया। जन्म के कुछ घंटों बाद ही एक बच्ची की मौत हो गई। अत्यधिक रक्तस्राव के कारण प्रसूता की भी हालत बिगड़ती जा रही थी। शनिवार सुबह स्थानीय समाजसेवी कुलदीप पाठक को घटना की जानकारी मिली। वे तुरंत मौके पर पहुंचे और महिला की स्थिति को देखते हुए उन्होंने परिजनों को अस्पताल ले जाने की सलाह दी। 

सड़क और एम्बुलेंस की सुविधा न होने के कारण परिजनों को महिला को खाट पर लेकर 2 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ा। इसके बाद ऑटो से कोरसर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे। ये उस इलाके का हाल है जहां से पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री राधा सिंह ने चुनाव जीता है।इसका वीडियो शनिवार को सामने आया है, जिसके बाद शासकीय दावों की पोल खुल गई है।

गांव के लोगों का कहना है कि आजादी के दशकों बाद भी न तो सड़क बनी और न ही अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हो सकीं। ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधियों पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि हर चुनाव में सड़क और सुविधाएं देने के दावे तो किए जाते हैं, लेकिन आज तक कोई काम नहीं हुआ।