वोट चोरी और वोटिंग मशीन पर दिग्विजय सिंह जितना अध्ययन किसी को नहीं, उज्जैन में बोले सचिन पायलट
उज्जैन में कांग्रेस की किसान अधिकार यात्रा, सचिन पायलट बोले- मध्य प्रदेश में किसानों पर गोली चलती है, किसान आत्महत्या करते हैं, आदिवासी और दलितों का शोषण होता है और उसका कोई परवाह नहीं है।

उज्जैन। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के गृहक्षेत्र उज्जैन में कांग्रेस की आज विशाल रैली हुई। चिमनगंज मंडी परिसर से पार्टी ने किसान अधिकार यात्रा की शुरुआत की। इस दौरान कांग्रेस महासचिव सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, प्रदेश उपाध्यक्ष जयवर्धन सिंह समेत तमाम दिग्गज मौजूद रहे।
सभा के दौरान दिग्विजय सिंह अपने चित परिचित अंदाज में आम कार्यकर्ताओं के साथ मंच के नीचे बैठे। पूर्व सीएम ने अपने भाषण में वोट चोरी के मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरा। सिंह ने कहा कि यदि आपको वोट चोरी का प्रमाण देखना है तो महेश परमार के उज्जैन महापौर चुनाव परिणाम देख लो। आज स्वयं सरकार वोट-चोरी कर रही है। पहले मतदाता सूची में जुगाड़ू नेता कुछ नाम जुड़वा लेते थे या कटवा लेते थे। अब तो राहुल गांधी ने प्रमाण दे दिया कि स्वयं चुनाव आयोग वोटों की चोरी कर रहा है। यदि देश में निष्पक्ष चुनाव नहीं होगा तो लोकतंत्र बचने वाला नहीं है।
इस दौरान राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने अपने संबोधन में कहा, 'अभी दिग्विजय सिंह जी अपनी बात रख रहे थे। वे कई दशकों से देश की सेवा कर रहे हैं। वोट चोरी, बैलेट पेपर और वोटिंग मशीन... इसपर जितना अध्ययन और शोध दिग्विजय सिंह का है उतना इस देश में किसी का नहीं है। उन्होंने बड़ी विस्तार से सारी बातें बताई हैं। निर्वाचन आयोग एक संवैधानिक संस्था है, जिसे निष्पक्ष और पारदर्शी होनी चाहिए। लेकिन आज चुनाव आयोग की पारदर्शिता में भारी कमी आ गई है। राहुल गांधी ने इसके प्रमाण दिए हैं और देश को बताया कि कैसे वोट चोरी हो रही।'
दिग्विजय सिंह कई दशकों से देश की सेवा कर रहे हैं। वोट चोरी, बैलेट पेपर और वोटिंग मशीन पर जितना अध्ययन और शोध दिग्विजय सिंह का है उतना इस देश में किसी का नहीं है: - उज्जैन में सचिन पायलट@digvijaya_28 @SachinPilot pic.twitter.com/uojkzxZ6Oh
— Humsamvet (@humsamvet) September 12, 2025
पायलट ने आगे कहा, 'मध्य प्रदेश में किसानों पर गोली चलती है, किसान आत्महत्या करते हैं, आदिवासी और दलितों का शोषण होता है और उसका कोई परवाह करने वाला नहीं है। वोट चोरी करना और फिर सत्ता में आना और उसके बाद शोषण करना... यही इस सरकार का काम है।।देश के किसान इस बात को समझ गए हैं कि भाजपा सरकार के मन में किसानों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है। सरकार को खाद-बीज, बिजली, पानी की कोई चिंता नहीं है।'
सभा को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने फसल बीमा योजना में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा, 'दस साल पहले पीएम मोदी ने फसल बीमा योजना की घोषणा की थी। पिछले तीन-चार साल से किसानों को बीमा की राशि नहीं मिली। इस योजना के माध्यम से पिछले दस साल में किसानों ने चालीस हजार करोड़ रुपए जमा किए। जबकि उन्हें मात्र दस हजार करोड़ रुपए मिले हैं। इसका अर्थ साफ है कि तीस हजार करोड़ की राशि पीएम मोदी के मित्रों ने डकार ली है।'