मध्य प्रदेश में घने कोहरे और शीतलहर का कहर, सड़कों पर विजिबिलिटी बेहद कम

मध्य प्रदेश के ग्वालियर, चंबल और रीवा संभाग के 12 जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है, जहां विजिबिलिटी 100 मीटर से भी कम हो गई है।

Updated: Jan 04, 2025, 09:50 AM IST

मध्य प्रदेश के ग्वालियर, चंबल और रीवा संभाग के 12 जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है, जहां विजिबिलिटी 100 मीटर से भी कम हो गई है। प्रदेश के 11 जिलों में मध्यम कोहरा दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिन तक ठंड और कोहरे का असर रहेगा, जिसके बाद राहत मिलने की संभावना है।

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 6 और 7 जनवरी तक कोहरा छंट जाएगा और दिन-रात के तापमान में बढ़ोतरी होगी। हालांकि, इसके बाद फिर से ठंड बढ़ने के आसार हैं। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख में बर्फबारी के कारण सर्द हवाएं प्रदेश में ठंड बढ़ा रही हैं। आने वाले दिनों में बर्फ पिघलने के कारण हवा की रफ्तार बढ़ने से ठंड का असर और तेज हो सकता है।

फिलहाल प्रदेश में रात का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चल रहा है। भोपाल में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री, ग्वालियर में 7.7 डिग्री, उज्जैन में 9.5 डिग्री और इंदौर में 11.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सबसे ठंडे इलाकों में मंडला और शहडोल के कल्याणपुर का न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री रहा।

दिन के तापमान में हालांकि हल्की बढ़ोतरी हुई है। इंदौर, उज्जैन और रतलाम में पारा 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि रीवा, खजुराहो, सतना और मलाजखंड में दिन का तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से कम रहा। 

मौसम विभाग का अनुमान है कि जनवरी के महीने में ठंड का प्रभाव लगातार बना रहेगा। 20 से 22 दिन तक शीतलहर चलने की संभावना है, जिससे प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान सामान्य से नीचे रह सकता है। शहरी इलाकों में दिन के समय थोड़ी राहत मिलेगी, लेकिन ग्रामीण और पहाड़ी इलाकों में ठंड का असर अधिक रहेगा।

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इस समय प्रदेश के ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, सीधी और सिंगरौली जैसे जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है। विजिबिलिटी कई स्थानों पर 50 मीटर तक घट गई है। अन्य जिलों जैसे नीमच, मंदसौर, अशोकनगर, गुना, जबलपुर, मैहर आदि में भी मध्यम से घना कोहरा देखा जा रहा है। ठंड के कारण जनजीवन प्रभावित है, और सड़कों पर वाहन धीरे चलाने की सलाह दी जा रही है।