सिंधिया लड़ेंगे गुना से लोकसभा चुनाव, केपी यादव को टिकट ही नहीं मिलेगा, इमरती देवी का बड़ा दावा

भाजपा सांसद केपी यादव पर इमरती देवी का पलटवार, कहा- पार्टी नेताओं के खिलाफ उन्हें नहीं बोलना चाहिए, इस बार उन्हें गुना लोकसभा क्षेत्र से टिकट भी नहीं मिलेगा

Updated: May 26, 2023, 08:56 AM IST

ग्वालियर। ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर मध्य प्रदेश बीजेपी में घमासान जारी है। भाजपा सांसद केपी यादव ने कहा कि सिंधिया जिस थाली में खाते हैं, उसी में छेद करते हैं। अब सिंधिया समर्थकों ने यादव के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मध्य प्रदेश लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष इमरती देवी ने दावा किया कि इस बार भाजपा से केपी यादव को टिकट भी नहीं मिलेगा।

ग्वालियर में पत्रकारों से बात करते हुए इमरती देवी ने कहा, 'अपने नेता के खिलाफ कभी नहीं बोलना चाहिए। केपी यादव सिंधिया जी के कार्यकर्ता थे।लोकसभा में उन्होंने पार्टी छोड़ी, पार्टी छोड़ने के बाद भी महाराज ही उनके नेता हैं। महाराज ने ही उन्हें राजनीति करना सिखाया है। नहीं तो वे बता दें, कि कौन सी पार्टी से वे राजनीति करना सीखे हैं। पार्टी छोड़कर चले गए और जीत गए तो उन्हें घमंड में नहीं बोलना चाहिए। इस बार तो उन्हें टिकट भी नहीं मिलेगा है। गुना से भाजपा के टिकट पर सिंधिया चुनाव लडेंगे।'

बीजेपी ना हुई, कुश्ती का अखाड़ा हो गई- पीयूष बबेले

मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने भाजपा में मची घमासान पर तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी लोकसभा सांसद के पी यादव ने राज्यसभा सांसद सिंधिया को पत्तल में छेद करने वाला कहा। अब इमरती देवी घोषणा कर रही हैं कि सिंधिया चुनाव लड़ेंगे और यादव को टिकट नहीं मिलेगा। बीजेपी ना हुई, फ्री स्टाइल कुश्ती का अखाड़ा हो गई। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी वाले आपस में इतना लड़ लेंगे कि चुनाव में लड़ने के लिए उनका मुंह ही नहीं बचेगा।

दरअसल, गुना संसदीय क्षेत्र से 2024 के लोकसभा चुनाव में टिकट के लिए बीजेपी की ओर से वर्तमान सांसद के पी यादव और उनसे चुनाव हारने वाले ग्वालियर के महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया आमने-सामने हैं। ऐसे में दोनों के बीच तल्खी भी बढ़ती जा रही है। सांसद केपी यादव ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को एक बार फिर मैदान में आने की चुनौती दे डाली है। उन्होंने कहा कि इतने बड़े नेता हैं तो एक बार फिर मेरे खिलाफ चुनाव लड़कर देख लें।

सांसद केपी यादव ने सिंधिया को मूर्ख कहते हुए यह तक कह डाला है कि कुछ लोग अपने आपको बुद्धिजीवी समझते हैं लेकिन मंच से मूर्खता कर बैठते हैं। केंद्रीय मंत्री सिंधिया का उपहास उड़ाते हुए उन्होंने यह भी कहा है कि सिंधिया ये भी नहीं पता की मंच से क्या बोलना है। अब वे भाजपा में आ गए हैं, बावजूद 2019 लोकसभा चुनाव के लिए माफी मांग रहे हैं। जबकि उन्हें हरानेवाला भी भाजपा का ही सांसद है। इससे ज्यादा मूर्खता क्या हो सकती है।