रीवा में खाद की जगह मिली लाठियां, पुलिस ने लाइन में लगे किसानों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा

रीवा समेत आसपास के क्षेत्रों में किसान खाद के लिए 24 से 48 घंटे तक लाइन में खड़े रहे। करहिया मंडी में सैकड़ों किसान रातभर लाइन में जमे रहे। लेकिन खाद की बजाए उन्हें पुलिस की लाठियां मिली।

Updated: Sep 03, 2025, 08:51 AM IST

रीवा। मध्य प्रदेश में खाद की किल्लत से अन्नदाता किसान परेशान हैं। आलम ये है कि सूख रहे खेतों को छोड़कर किसानों को एक बोरी खाद के लिए दिन-रात लाइनों में लगना पड़ रहा है। इसके बाद भी उन्हें खाद नसीब नहीं हो रही। बल्कि खाद की बजाए पुलिस की लाठियां और गालियां मिल रही है। रीवा से ऐसा ही मामला सामने आया है।

मंगलवार देर रात रीवा जिले में खाद की किल्लत से परेशान किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। करहिया मंडी में जब किसान खाद की अपनी मांग पर अड़े रहे और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी, तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। किसानों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और भीड़ को तितर-बितर किया। लाठीचार्ज में कई किसान घायल हो गए।

पुलिस का कहना है कि स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया गया। जानकारी के अनुसार, रीवा समेत आसपास के क्षेत्रों में किसान खाद के लिए 24 से 48 घंटे तक लाइन में खड़े रहे। करहिया मंडी में सैकड़ों किसान रातभर लाइन में जमे रहे। लेकिन मंगलवार शाम को काउंटर बंद कर दिया गया। नाराज किसानों ने विरोध जताया तो हालात बिगड़ गए।

मंगलवार को गुढ़, त्योंथर, जवा, मनगवां और सेमरिया से भी ऐसी ही तस्वीरें सामने आईं। गुढ़ में करीब एक किलोमीटर लंबी कतारें लगीं। किसान धूप-गर्मी की परवाह किए बिना खड़े रहे। उनका कहना है कि कई दिनों से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन खाद नहीं मिलने से फसलें सूखने लगी हैं।

खाद संकट को लेकर कांग्रेस प्रदेश प्रवक्ता विनोद शर्मा ने कहा कि रीवा जिले में किसानों को लाठी मारी जा रही है। आखिरकार खाद मांग कर किसान कौन सा अपराध कर रहे हैं। अगर खाद नहीं देना है तो किसानों को बता देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कई समितियों में खाद खत्म हो गई है। जहां उपलब्ध है, वहां किसानों को 10-12 घंटे खड़े रहने के बाद भी निराश लौटना पड़ रहा है।