अंधविश्वास ने ली महिला की जान, इलाज के लिए महिला को अस्पताल की बजाए बागेश्वर धाम लेकर गया था पति

किडनी की समस्या से पीड़ित महिला अपने पति के साथ अर्जी लगाने पहुंची थी बागेश्वर धाम, लाइन में खड़े-खड़े हुई मौत

Updated: Feb 16, 2023, 10:51 AM IST

छतरपुर। मध्य प्रदेश में इन दिनों अंधविश्वास ने पैर लिए हैं। शहडोल में दो बच्चियों की मौत के बाद अब अंधविश्वास ने छतरपुर में एक महिला की जान ले ली। दरअसल, किडनी की बीमारी से परेशान एक महिला को इलाज के लिए अस्पताल के बजाए परिजन बागेश्वर धाम लेकर गए थे। हालांकि, यहां धीरेंद्र शास्त्री का चमत्कार काम नहीं कर सका और महिला की मौत हो गई।

रिपोर्ट्स के मुताबिक 33 साल की महिला नीलू उर्फ नीलम अपने पति देवेंद्र सिंह के साथ उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के महाराजपुर से बागेश्वर धाम आई थी। पति देवेंद्र सिंह‎ ने बताया कि उसकी पत्नी लंबे समय‎ से बीमार थी। इससे निजात‎ पाने के लिए वह बागेश्वर धाम पहुंची थी। सुबह खाना खाया था। उसके बाद पंडाल में अर्जी के लिए लाइन में खड़ी हुई। इसी दौरान वह बेहोश होकर गिर गई। आनन फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया जहां, डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। 

महिला की मौत के बाद परिजन उसका शव यूपी अपने गृह ग्राम ले गए। महिला के पति देवेंद्र ने मीडिया को बताया कि एक हफ्ते से प्रतिदिन यहां परिक्रमा कर रहे थे। पत्नी आराम से खाना खाती थी और घूमती-फिरती थी। बीच बीच में तबियत बिगड़ने पर संन्यासी बाबा उसे भभूत से ठीक करते थे। 

बता दें कि मध्य प्रदेश के छतरपुर के बागेश्वर धाम में काफी संख्या में लोग अर्जी लेकर पहुंचते हैं। दावा है कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने दिव्य दरबार में लोगों के सभी कष्ट हर लेते हैं। शास्त्री के मुताबिक वह लोगों की मन की बात जान लेते हैं और भगवान को अर्जी लगाते हैं। यह बीमार महिला भी अपनी अर्जी लगाने के लिए पहुंची थी। अर्जी के लिए नंबर आने से पहले ही उसकी मौत हो गयी 

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर जादू-टोना के नाम पर लोगों को भ्रमित करने के आरोप भी लगते रहे हैं। आरोपों के बाद उन्होंने सफाई देते हुए कहा था कि वह कोई चमत्कार नहीं करते बल्कि भगवान से उन्हें जो आदेश मिलता है उसे पर्ची पर लिखकर बताते हैं। हालिया विवाद के बाद कई नेता और धर्मगुरु उनके समर्थन में आ गए तो कई लोग उनका विरोध भी कर रहे हैं। 

बागेश्वर धाम दरबार से एक 28 वर्षीय लड़की के लापता हो जाने का मामला भी सामने आया है। लापता कुमारी नीरज मौर्य 12‎ फरवरी को पिता‎ ओमप्रकाश के साथ धाम पहुंची थी। उस दिन सुबह करीब 10‎ बजे के बाद वह कहीं नजर नहीं आई। पिता का कहना है कि वह प्रेत दरबार से गुम है। उन्होंने लोगों से मोबाइल नंबर 8955492438 या छतरपुर जिले के थाना बमीठा पर जानकारी देने के लिए कहा है।