CG: दंतेवाड़ा में नक्सलियों का खौफ, 21 पंचायतों में सरपंचों का हुआ निर्विरोध निर्वाचन
दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर पंचायत में सरपंच प्रत्याशी जोगा बारसे की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। इसका असर भी जिले में देखने को मिल रहा है।

दंतेवाडा। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जोरों पर चल रहा है। पिछले कुछ महीनों में बड़ी संख्या में नक्सलियों का एनकाउंटर हुआ है। इसके बावजूद दंतेवाडा जिले में नक्सलियों का खौफ कायम है। स्थिति ये है कि जिले की 21 पंचायतों में सरपंचों का निर्विरोध निर्वाचन किया गया है। जिन गांवों में निर्विरोध सरपंच बने हैं ये पंचायतें नक्सल प्रभावित इलाके की हैं।
दरअसल, चुनाव के बीच दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर पंचायत में सरपंच प्रत्याशी जोगा बारसे की नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद अन्य प्रत्याशियों में भी डर है। साथ ही चुनाव लड़ने को इच्छुक लोग भी नामांकन करने को राजी नहीं हुए।प्रदेश में 17 फरवरी, 20 फरवरी और 23 फरवरी तीन चरणों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होंगे। इसके लिए नामांकन, नाम वापसी से लेकर सारी प्रक्रियाएं हो गई हैं।
नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले की 21 ग्राम पंचायतों में चुनाव लड़ने के लिए सिर्फ एक-एक प्रत्याशी ही मैदान में हैं। क्योंकि कहीं आपसी सहमति से नाम वापस ले लिए तो कहीं नक्सलियों के खौफ से चुनाव लड़ने को राजी नहीं हुआ। ऐसे में इन पंचायतों में निर्विरोध सरपंच बन गए। जिले के अंदरुनी गांवों में नक्सलियों का इतना खौफ है कि ग्रामीण वोट देने नहीं जाना चाहते हैं। ऐसे में वे गांव के ही किसी एक व्यक्ति को सहमति से अपना मुखिया चुन लेते हैं।
जिले की एक पंचायत तनेली ऐसी भी है जहां इस बार सरपंच चुनने का तरीका बिल्कुल अलग रहा। यहां गांव के ही पढ़े-लिखे युवाओं के 15 सदस्यीय टीम ने सरपंच चुनने का अलग तरीका अपनाया। नामांकन के पहले ग्राम सभा हुई। चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों को बुलाकर उनसे सवाल किया गया। जिसने अच्छा जवाब दिया, उसे सभी की सहमति से सरपंच चुन लिया गया।
जिले के बड़े गादम, प्रतापगिरी, नड़ेनार, दुवालीकरका, छोटे तोंगपाल, तनेली, कलेपाल, कुटरेम,मुलेर, बड़े बचेली, नेरली, मंगनार, कुंदेली, झिरका, कमालूर, हिड़पाल, हारला, कारली 2, नेलगोड़ा, बुधपदर और छोटे लखापाल में निर्विरोध सरपंच चुन लिए गए हैं।