बिहार में नहीं थम रहा मौत का सिलसिला, जहरीली शराब से अबतक 73 की मौत, 25 की आंखों की रोशनी गई

प्रशासन 34 मौत का ही दावा कर रहा है लेकिन गैर सरकारी आंकड़े 75 से अधिक मौत की बात कह रहे हैं। इनमें सच्चाई भी है क्योंकि अधिकांश लोगों ने बिना पोस्टमार्टम लाश को जला रहे हैं।

Updated: Dec 17, 2022, 03:53 AM IST

छपरा। बिहार में जहरीली शराब का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। बिहार के छपरा जिले के बाद अब अन्य जिलों में भी जहरीली शराब से मौत की खबर आ रही है। छपरा के अलावा सिवान और बेगूसराय में भी जहरीली शराब से मौत हुई है। वहीं छपरा जहरीली शराब कांड की बात करें तो इससे अब तक 73 लोगों की मौत हो गयी है जबकि 25 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई।

हालांकि प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार अब तक 34 शवों का पोस्टमार्टम हुआ है। ऐसे में जिला प्रशासन की ओर से 34 मौत के आधिकारिक आंकड़े दिये जा रहे हैं। लेकिन गैर सरकारी आंकड़े 75 से अधिक मौत की बात कह रहे हैं। इनमें सच्चाई भी है क्योंकि अधिकांश लोगों ने बिना पोस्टमार्टम लाश को जला रहे हैं। कुछ लोगों ने डर के मारे ठंड से मौत कहकर भी शवों को जला दिया है। अगर इनकी गिनती करें तो जहरीली शराब से मौत का आंकड़ा 80 के पर जा रहा है।

छपरा में लगातार हो रही मौतों से मृतकों के परिजनों के बीच कोहराम मचा है। विभिन्न जगहों पर इलाजरत लोगों की गंभीर स्थिति को देखते हुए मृतकों की संख्या बढ़ने के आसार हैं। छपरा अस्पताल और पटना के पीएमसीएच में 30 से अधिक लोगों का इलाज चल रहा है। अस्पताल में भर्ती लगभग 25 लोगों की आंखों की रोशनी छिन गई है।

बिहार में शराब आपूर्ति को लेकर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बीजेपी जिम्मेदार बताया है। आरजेडी नेता ने कहा कि भाजपा शासित राज्यों से बिहार में शराब की खेप पहुंचाई जा रही है। भाजपा राज्य में शराबबंदी को विफल करने की साजिश कर रही है। यह बिहार सरकार को बदनाम करने के लिए जानबूझकर किया जा रहा है।