कैश फॉर क्वेरी केस: महुआ मोइत्रा को संसद से निष्कासित करें, एथिक्स कमेटी की बैठक में प्रस्ताव पारित

Cash For Query Case: एथिक्स कमेटी के 10 में से 6 मेंबर्स ने महुआ को लोकसभा से निष्कासित करने के लिए वोट किया। 4 मेंबर्स ने इसके विपक्ष में वोट दिया।

Updated: Nov 09, 2023, 07:45 PM IST

Mahua Moitra Cash For Query: सवाल के बदले पैसे लेने के आरोप के मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है। एथिक्स कमेटी में सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ प्रस्ताव पारित हो गया। महुआ मोइत्रा के खिलाफ प्रस्ताव पर पक्ष में छह सांसदों ने वोट किया। वहीं, विपक्ष में वोट डालने वाले सदस्यों की संख्या 4 रही। खास बात ये है कि कांग्रेस की सांसद परनीत कौर ने प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया। कमेटी ने अपने प्रस्ताव में महुआ को सांसद के रूप में निष्कासित करने की सिफारिश की।

रिपोर्ट में बताया गया था कि मसौदा रिपोर्ट में मोइत्रा के आचरण की निंदा की गई है। इसे अत्यधिक आपत्तिजनक, अनैतिक, जघन्य और आपराधिक बताया गया है। साथ ही सरकार से मामले में समयबद्ध कानूनी और संस्थागत जांच का भी आह्वान किया गया है। एथिक्स कमेटी में कुल 15 सदस्य हैं। समिति में बीजेपी के सात, कांग्रेस के तीन और बसपा, शिवसेना, YSR कांग्रेस पार्टी, सीपीएम और जदयू के एक-एक सदस्य शामिल हैं।

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बताया जा रहा है कि ये रिपोर्ट शुक्रवार 10 नवंबर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को सौंपी जाएगी। हमारा एजेंडा सिर्फ रिपोर्ट को स्वीकार करना था। स्पीकर बिड़ला ही इस पर अंतिम फैसला लेंगे। वहीं, कमेटी के जिन 4 सदस्यों ने महुआ के निष्कासन का विरोध किया, उन्होंने रिपोर्ट को पूर्वाग्रह से ग्रस्त और गलत बताया।

बसपा सांसद और एथिक्स कमेटी के मेंबर दानिश अली ने कमेटी के चेयरमैन विनोद सोनकर और भाजपा सदस्यों पर कार्यवाही को लीक करने और नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया। दानिश ने यह भी कहा कि कमेटी ने महुआ को लेकर कठोर सिफारिश की है। उधर, महुआ मामले में टीएमसी के दूरी बनाने पर सीपीएम ने कहा कि ममता बनर्जी और उनकी पार्टी को इस मामले में बात करने में शर्म आ रही है।