MP: दतिया में मंदिर जा रहे श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर- ट्रॉली पलटी ,पांच लोगों की दर्दनाक मौत, 19 घायल

दतिया में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से पांच श्रद्धालुओं की मौत हो गई है, जबकि 15 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि सभी श्रद्धालु ग्राम विसवार से ट्रैक्टर की ट्रॉली में सवार होकर रतनगढ़ माता मंदिर पर जवारे चढ़ाने के लिए जा रहे थे।

Updated: Jun 14, 2024, 04:55 PM IST

दतिया। दतिया जिले में दर्दनाक सड़क हादसा हुआ है। यहां आज शुक्रवार की सुबह ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से पांच श्रद्धालुओं की मौत हो गई है, जबकि 15 से अधिक श्रद्धालु घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि सभी श्रद्धालु ग्राम विसवार से ट्रैक्टर की ट्रॉली में सवार होकर रतनगढ़ माता मंदिर पर जवारे चढ़ाने के लिए जा रहे थे। एक्सीडेंट में घायल हुए श्रद्धालुओं को दतिया जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गंभीर रूप से घायल लोगों को ग्वालियर रेफर किया गया है।

और पढ़ें: MP News: भोपाल में पालतू हाथी ने महावत को कुचलकर मारा, पहले भी ले चुका है एक व्यक्ति की जान

जानकारी के अनुसार, दीसवार गांव के श्रद्धालु कई ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर जवारे चढ़ाने के लिए रतनगढ़ माता मंदिर जा रहे थे। इनमें से एक ट्रैक्टर ट्रॉली स्टेरिंग फेल होने की वजह से अनियंत्रित हो गई और पुलिया से नीचे जा गिरी, जिसमें लगभग 30 लोग सवार थे। इस हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई है। मृतकों में तीन लड़कियां और दो महिलाएं हैं। इनमें एक महिला और उसकी दो बेटियां शामिल हैं।

बताया जा रहा है कि मृतकों की पहचान सोनम पुत्री चंदन अहिरवार,क्रांति पुत्री नवल किशोर केवट, सीमा पत्नी नवल किशोर, कामिनी पुत्री नवल किशोर, विनीता पत्नी पूरन पाल की मौत हो गई। जबकि रोशनी पुत्री रमेश अहिरवार, ड्राइवर मुलायम दांगी पुत्र घनश्याम, तेजा पत्नी लक्ष्मण, पाणकुंवर पत्नी बृजभान, पंकु पत्नी लालाराम अहिरवार ङाय हुए हैं। 

वहीं कल्लू दांगी पुत्र जगत सिंह, पुष्पा पत्नी रामचरण पाल, सुशीला पत्नी हरिराम प्रजापति, उषा पत्नी महेश बड़ाई, पुष्पेंद्र पुत्र नाथूराम दांगी, रामकुंअर पत्नी बंसी केवट, कृष्णकांत पुत्र भागवत प्रजापति आदि सहित 15 लोग घायल बताए जा रहे हैं। इस हादसे में घायल हुए कुछ लोगों की हालत गंभीर है, जिन्हें ग्वालियर रेफर किया गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव के लगभग दो सौ श्रद्धालु अलग-अलग ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार होकर रतनगढ़ माता के मंदिर जा रहे थे।