राजगढ़ जिला अस्पताल में प्रसूता की मौत, परिजनों ने डॉक्टरों पर लापरवाही और पैसे लेने के लगाए आरोप

राजगढ़ के जिला अस्पताल में डिलेवरी के बाद उपचार के दौरान प्रसूता महिला की मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि डॉक्टरों ने ठीक से ऑपरेशन नहीं किया।

Updated: Apr 11, 2024, 12:36 PM IST

राजगढ़। मध्य प्रदेश का राजगढ़ में स्वास्थ सुविधाओं के अभाव में एक प्रसूता ने दम तोड दिया। जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर स्थित मेटरनिटी विंग में भर्ती प्रसूता की बुधवार शाम करीब 7 बजे मौत हो गई। मृतिका के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

जानकारी के मुताबिक पड़ाना की रहने वाली 21 वर्षीय ज्योति वर्मा को सोमवार 8 अप्रैल को प्रसव पीड़ा के कारण परिजनों ने जिला अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां ज्योति ने सीजेरियन ऑपरेशन के जरिए स्वस्थ बेटी को जन्म दिया था। ये उसका पहला प्रसव था। ऑपरेशन के तीसरे दिन बुधवार दोपहर 3 बजे ज्योति को एकाएक सीने में दर्द होने लगा। इसकी सूचना ड्यूटी पर मौजूद नर्स को दी गई और डॉक्टर को बुलाने के लिए कहा। लेकिन कोई देखने नहीं आया। ज्योति 3 घंटे तक दर्द से तड़पती रही और आखिरकार उसने दम तोड़ दिया।

ज्योति के पति रवि वर्मा ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि उसके ससुर ने डॉक्टर, नर्स और दवाइयों तक के लिए रुपए दिए थे। लेकिन सूचना के 3 घंटे तक ज्योति दर्द से तड़पती रही, पर कोई डॉक्टर देखने तक नहीं आया। शाम 7 बजे के करीब ज्योति की मौत हो गई। 

जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर के बाहर मौजूद मृतिका ज्योति के पिता रोडमल वर्मा ने बिलखते हुए कहा कि वे घर से 42 हजार रुपए लेकर आए थे। इसमें से उन्होंने डॉक्टर, नर्स व दवाइयों पर 10-12 हजार रुपए खर्च किए। बुधवार को ज्योति की तबियत बिगड़ी तो नर्स और डॉक्टर को कई बार सूचना दी, पर समय पर इलाज करने कोई नहीं आया। ये पूछे जाने पर कि रुपए किसे दिए हैं, रोडमल ने कहा कि वे नाम से उन्हें नहीं जानते, जिन्हें रुपए दिए हैं।

मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा कर दिया। हंगामे के दौरान मौके पर बड़ी संख्या में भीड़ जमा हो गई। इन्हें नियंत्रित करने के लिए अस्पताल प्रबंधन को पुलिस बुलाना पड़ी। मौके पर सिविल सर्जन डॉ नितिन पटले व एसडीओपी दिनेश शर्मा भी पहुंचे, उन्होंने परिजनों को समझाइश दी। घटना के बाद अस्पताल में भर्ती अन्य मरीजों के परिजनों ने भी बताया कि उनसे इलाज के लिए रुपए लिए जा रहे हैं।