JNUSU के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को कांग्रेस में अहम जिम्मेदारी, NSUI का AICC इंचार्ज नियुक्त
फायरब्रांड नेता व जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को कांग्रेस पार्टी ने अहम जिम्मेदारी देते हुए छात्र संगठन एनएसयूआई का राष्ट्रीय प्रभारी नियुक्त किया है।

नई दिल्ली। फायरब्रांड नेता व जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार को कांग्रेस पार्टी ने अहम जिम्मेदारी दी है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कन्हैया को पार्टी की छात्र इकाई एनएसयूआई का राष्ट्रीय प्रभारी नियुक्त किया है।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने गुरुवार को इस संबंध में आदेश जारी कर कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कन्हैया कुमार को भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) का AICC इंचार्ज नियुक्त किया है। कन्हैया की नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू की गई है।
Hon'ble Congress President has appointed Shri Kanhaiya Kumar as AICC In- charge of National Students Union of India (NSUI), with immediate effect. pic.twitter.com/EIuik2gHgU
— INC Sandesh (@INCSandesh) July 6, 2023
लेफ्ट के नेता रहे कन्हैया कुमार ने सितंबर 2021 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। उन्होंने राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता ले ली थी। तब कन्हैया ने कहा था कि अगर कांग्रेस नहीं बची तो देश नहीं बचेगा, इसलिए वो कांग्रेस में शामिल हो रहे है।
बिहार के बेगूसराय जिले के एक छोटे से गांव में जन्मे कन्हैया पटना के कॉलेज ऑफ कॉमर्स से पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई खत्म करने के बाद कन्हैया उच्च शिक्षा के लिए जेएनयू पहुंचे और यहीं से उनकी राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई। साल 2015 में उन्हें जेएनयू छात्रसंघ का अध्यक्ष चुना गया था।
कन्हैया कुमार को फरवरी 2016 में, तब चर्चा में आए थे दिल्ली पुलिस ने जेएनयू में हुए एक कार्यक्रम में देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया था। कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी पर विपक्षी दलों, छात्रों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। उनकी गिरफ्तारी के विरोध में जेएनयू के छात्र हड़ताल पर चले गए थे। बाद में इस मामले में कन्हैया के खिलाफ लगाए गए एक भी आरोप साबित नहीं हुए।
कन्हैया कुमार ने 2019 के लोकसभा चुनाव भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के टिकट पर बेगुसराय से चुनाव लड़ा थी। हालांकि, तब वह चुनाव हार गए थे। भारतीय जनता पार्टी के गिरिराज सिंह ने उन्हें मात दी थी।