Delhi का नाम बदलकर Dilli करने की मांग, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने सीएम रेखा गुप्ता को लिखा पत्र
बीजेपी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने राजधानी का नाम अंग्रेजी “Delhi” से बदलकर “Dilli” करने की मांग की है। उन्होंने सीएम रेखा गुप्ता को पत्र लिखकर 1 नवंबर को नया लोगो जारी करने का आग्रह किया है।
नई दिल्ली। देशभर के कई शहरों के नाम इन दिनों बदले जा रहे हैं। इसी क्रम में अब राजधानी दिल्ली के नाम बदलने की भी मांग उठ गई है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता विजय गोयल ने दिल्ली का अंग्रेजी नाम Delhi बदलकर Dilli करने की मांग की है। इसके लिए उन्होंने दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को पत्र लिखते हुए आग्रह किया है कि 1 नवंबर को नया आधिकारिक Dilli नाम के साथ जारी किया जाए।
यह भी पढ़ें:MP: शासकीय अस्पताल में दवाओं पर बारकोड अनिवार्य, स्कैन करते ही दिखेगी कंपनी से लेकर एक्सपायरी तक की डिटेल्स
गोयल ने कहा कि दिल्ली का यह नाम उसके इतिहास और सांस्कृतिक मूल से जुड़ा है। उन्होंने तर्क दिया कि अंग्रेजों के शासनकाल में राजधानी का मूल नाम बदलकर Delhi कर दिया गया था। लेकिन भारत की असली पहचान Dilli ही है। उन्होंने कहा, “यह शहर सदियों से दिल्लि कहलाता आया है न कि Delhi।” उनके अनुसार अब समय आ गया है कि राजधानी का नाम उसके स्थानीय उच्चारण और ऐतिहासिक स्वरूप में वापस लाया जाए।
बीजेपी नेता विजय गोयल ने अपने पत्र में कहा कि दिल्ली का मूल नाम संस्कृत शब्द ‘धिल्लिका’ से निकला है। उन्होंने बताया कि 11वीं शताब्दी में इसे ‘धिल्लि’ कहा जाता था। इसे बाद में फारसी भाषा में ‘देहली’ कहा जाने लगा। अंग्रेजी शासन आने के बाद इसका रूप बदलकर Delhi कर दिया गया। उन्होंने बताया कि महाभारत काल में इस क्षेत्र को ‘इंद्रप्रस्थ’ के नाम से जाना जाता था और समय-समय पर कुछ लोगों ने दिल्ली का नाम फिर से इंद्रप्रस्थ करने की भी मांग की है।
यह भी पढ़ें:जयपुर में हाईटेंशन लाइन से टकराई बस, करंट की वजह से लगी आग, तीन की मौत और दस घायल
गोयल ने दावा किया कि स्थानीय लोग आज भी दिल्ली को ‘धिल्लि’ ही बोलते हैं। यही नाम लोक गीतों, कविताओं और साहित्य में गूंजता है। उन्होंने कहा कि “यह शहर भावनाओं से जुड़ा नाम है, जिसे अंग्रेजों ने अपनी सुविधा से बदल दिया। अब डिजिटल युग में नाम बदलना आसान है और हमें अपनी विरासत को सही रूप में वापस लाना चाहिए।”
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि यह कदम केवल नाम बदलने तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि इससे देश की राजधानी की सांस्कृतिक पहचान को मजबूती मिलेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि दिल्ली सरकार इस मांग पर सकारात्मक रुख अपनाएगी और Delhi को जल्द ही ‘Dilli’ के रूप में आधिकारिक मान्यता देगी।
यह भी पढ़ें:बागेश्वर धाम में दर्दनाक हादसा, खौलते तेल में गिरा दो साल का मासूम, राजस्थान से दर्शन करने आया था परिवार




