कैल्शियम कार्बाइड से पके आम को खाने से हो सकता है कैंसर, FSSAI ने दी चेतावनी

FSSAI ने राज्यों को कहा है कि वे मंडियों, बाजारों, गोदामों और स्टोरेज की कड़ी जांच करें। खासकर वहां जहां इस तरह के केमिकल्स के इस्तेमाल की आशंका हो।

Updated: May 22, 2025, 10:03 PM IST

गर्मियों में आम हर किसी का पसंदीदा फल होता है, लेकिन बाजार में मिलने वाले आम अगर कृत्रिम रूप से रसायन डालकर पकाए गए हों, तो ये सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। इसी को देखते हुए भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने सख्त निर्देश जारी किए हैं कि अब आमों को कैल्शियम कार्बाइड जैसे खतरनाक रसायनों से पकाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

दरअसल, कई व्यापारी आमों को जल्दी पकाने के लिए कैल्शियम कार्बाइड का इस्तेमाल करते हैं। इससे आम जल्दी तो पक जाते हैं, लेकिन इनमें ज़हर जैसा असर भी पैदा हो सकता है। कैल्शियम कार्बाइड से निकलने वाली गैस में आर्सेनिक और फॉस्फोरस जैसे ज़हरीले तत्व होते हैं, जो आम खाने वाले लोगों के शरीर पर बुरा असर डाल सकते हैं। इससे सिरदर्द, चक्कर आना, गले में जलन, उल्टी और त्वचा पर जलन जैसी परेशानियां हो सकती हैं। यहां तक इसमें कैंसर कारक तत्व भी पाए जाते हैं।

FSSAI का कहना है कि फलों को कृत्रिम रूप से पकाने के लिए सिर्फ एथिलीन गैस का सीमित मात्रा में (100 पीपीएम तक) इस्तेमाल किया जा सकता है। यह गैस प्राकृतिक रूप से फलों में पाई जाती है और शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाती। FSSAI ने राज्यों को कहा है कि वे मंडियों, बाजारों, गोदामों और स्टोरेज की कड़ी जांच करें। खासकर वहां जहां इस तरह के केमिकल्स के इस्तेमाल की आशंका हो। यदि किसी जगह कैल्शियम कार्बाइड पाया जाता है तो उसे सबूत मानकर संबंधित फल व्यापारी पर केस दर्ज किया जा सकता है।

इसलिए सभी फल व्यवसायियों को चेतावनी दी गई है कि वे केवल नियमों के अनुसार ही फलों को पकाएं नहीं तो उनके खिलाफ FSS Act 2006 के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी। FSSAI ने उपभोक्ताओं और व्यापारियों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और सुनिश्चित करें कि बाजार में केवल सुरक्षित और सही तरीके से पके फल ही बिकें।