PoK अब नहीं तो कब लेंगे, ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान गौरव गोगोई ने सरकार से पूछा
गौरव गोगई ने पूछा कि सरकार पहलगाम हमले में मारे गए लोगों की बात क्यों नहीं करती है, गौरव गोगोई ने पीएम से पूछा कि आखिर किसके कहने पर ये सीजफायर हुआ।

नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के दौरान आज लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा हो रही है। इस पर पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपनी बात रखी। उसके बाद विपक्ष की ओर से कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने अपनी बात रखी और सरकार से सवाल किया। गौरव गोगोई ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की चर्चा का मुख्य उद्देश्य ये है कि सच्चाई खुलकर सामने आए, सच्चाई इस ऑपरेशन, पहलगाम हमले को लेकर, विदेश नीति को लेकर सामने आनी चाहिए।
गौरव गोगोई ने कहा कि राजनाथ सिंह ने सब बात रखी सेना के पराक्रम को लेकर बुहत कुछ कहा, लेकिन ये नहीं बताया कि आतंकी कैसे आए। हम देशहित में ये सवाल करते रहेंगे। हम जानना चाहते हैं कि वो आतंकी आखिर आए कैसे। गौरव गोगोई ने कहा कि उन आतंकियों का मकसद था कि देश में संप्रदायिक माहौल बिगाड़ना। मुझे दुख है आज राजनाथ जी ने सैनिकों की बात तो की लेकिन हमारे देश की जनता की बात नहीं की। पहलगाम में जिसतरह से घाटी के लोगों ने मदद की वो सबने देखा। देशभर के पर्यटकों ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को धन्यवाद दिया ये भी देश ने देखा।
गौरव गोगई ने संसद में कहा कि पहलगाम हमले दौरान राहुल गांधी ने साफ कहा कि इस घड़ी में हम सरकार के साथ हैं। देश जानना चाहता है जिनके अपने उस हमले में मारे गए उनके हमलावरों को सरकार क्यों नहीं पकड़ पाई। उन आतंकियों को किसी ने पनह दी, किसी ने उनकी मदद की लेकिन 100 दिन बाद भी सरकार के पास जवाब नहीं है। गौरव गोगोई ने कहा कि सरकार के पास अत्याधुनिक सुविधाएं हैं लेकिन फिर भी सरकार कुछ नहीं कर पाई। उस हमले के बाद एक घंटे तक उनके पास ना एंबुलेंस पहुंच पाई ना सेना के जवान, क्योंकि वो सब पैदल चलकर आ रहे थे। डर का माहौल ऐसा था कि उस दौरान फौजी को देखकर लोग दहशत में आ गए थे। राजनाथ सिंह को इस पर एक शब्द तो कहना चाहिए था।
गौरव गोगई ने कहा कि इस ऑपरेशन के दौरान अगर एक भी राफेल गिरे तो वो बड़ी बात है क्योंकि देश के पास सिर्फ 35 राफेल ही है। हमे ये बाताया गया है कि हमारे पास सबसे अच्छे लड़ाकू विमान है। अगर ऐसा है तो सीडीएस को क्यों कहना पड़ा की हमारे लड़ाकू विमानों ने पहले गलती की थी, फिर दूर से हमले की योजना बनाई। गोगोई ने कहा कि पहले 21 टारगेट थे लेकिन वो घटकर 9 टारगेट हो गए, आखिर क्यों?
सीजफायर को लेकर गौरव गोगोई ने कहा कि हम तो युद्ध के लिए तैयार थे, लेकिन ये सीजफायर क्यों हुआ, किसके आगे आप झुके मोदी जी ये देश को बताना होगा। गोगोई ने कहा कि ट्रंप ने 26 बार कहा कि मैंने मध्यस्था की, वो कहते हैं कि 5-6 जेट इस ऑपरेश के दौरान गिर, मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि कि कितने जेट गिरे? उन्होंने आगे कहा, 'सरकार कह रही है कि हमारा मकसद युद्ध का नहीं था। हम पूछ रहे हैं- क्यों नहीं था? होना चाहिए था। सरकार कह रही है- हमारा मकसद PoK लेना नहीं था। हम पूछ रहे हैं- क्यों नहीं था? होना चाहिए था। PoK अगर आज नहीं लेंगे, तो कब लेंगे?