मध्य प्रदेश सरकार ने 7,800 मेधावी स्टूडेंट्स को दी स्कूटी, सीएम मोहन यादव ने 12 विद्यार्थी को सौंपी चाबियां
भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 12 स्कूली विद्यार्थियों को स्कूटी की चाबियां सौंपी और सरकारी स्कूलों के 7,800 प्रतिभाशाली छात्रों को मुफ्त स्कूटी के लिए प्रतीकात्मक रूप से प्रमाण पत्र दिए।

भोपाल| कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 12 स्कूली विद्यार्थियों को स्कूटी की चाबियां सौंपी और सरकारी स्कूलों के 7,800 प्रतिभाशाली छात्रों को मुफ्त स्कूटी के लिए प्रतीकात्मक रूप से प्रमाण पत्र दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि केवल मेरिट से काम नहीं बनेगा, बल्कि नैतिकता और संस्कार भी जरूरी हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि पन्ना धाय ने देश के लिए अपने बच्चे की हत्या होते देखी, वहीं भगवान कृष्ण ने कंस के अत्याचार के बाद महाराज को सत्ता पर बैठाकर गणतंत्र की स्थापना की। उन्होंने सहसांक विक्रमादित्य को असंभव को संभव करने वाला शासक बताया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि 1982 में उनके भाई ने चुनाव लड़ने की सलाह दी और जीतने पर बुलेट देने का वादा किया। 1988 तक वे और उनकी पार्टी चुनाव जीतते रहे, जिससे हर साल नई बुलेट मिलती रही, लेकिन पेट्रोल का खर्च समझ में आया। उन्होंने कहा कि आज के विद्यार्थियों को इलेक्ट्रिक स्कूटी मिली है, जिसे बिना किसी खर्च के ज्यादा चला सकते हैं।
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स्कूटी वितरण पर स्कूल शिक्षा मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि यह स्कूटी बच्चों की शैक्षणिक उपलब्धियों को और बेहतर बनाने में मदद करेगी। उन्होंने सरकारी स्कूलों की तुलना महंगे निजी स्कूलों से करते हुए कहा कि यहां वोकेशनल ट्रेनिंग, करियर गाइडेंस और स्मार्ट क्लास जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं। वहीं जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि गरीब परिवारों के बच्चों को भी अब कॉलेज जाने के लिए स्कूटी जैसी सुविधाएं मिल रही हैं और उन्होंने विद्यार्थियों से मुख्यमंत्री को धन्यवाद पत्र भेजने की अपील की।
शैक्षणिक सत्र 2022-23 में 7,778 विद्यार्थियों को स्कूटी दी गई थी, जिनमें 2,760 ई-स्कूटी और 5,018 पेट्रोल स्कूटी शामिल थीं। इसके लिए सरकार ने 40.40 करोड़ रुपए खर्च किए थे। यह योजना पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में शुरू हुई थी। इसके अलावा 'मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना' के तहत MP बोर्ड की 12वीं परीक्षा में 75% या उससे अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को लैपटॉप खरीदने के लिए 25,000 रुपए की सहायता दी जाती है। 2022-23 में 78,641 विद्यार्थियों को इस योजना का लाभ मिला था, जबकि इस बार यह संख्या 90,000 से अधिक हो चुकी है। सरकार इस पर 225 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च कर रही है। 2009-10 में शुरू हुई इस योजना में पहले 85% अंक पाने वालों को शामिल किया गया था, लेकिन बाद में इसे घटाकर 75% कर दिया गया।