खाप पंचायतों और किसान संगठनों की मोनू मानेसर की गिरफ्तारी की मांग, नूंह में की शांति की अपील

किसान और खाप नेताओं ने कहा कि यह देश सभी का है और अगर वे समाज को जाति और धर्म के आधार पर बांटने की कोशिश करेंगे तो किसी को बख्शा नहीं जाएगा।

Updated: Aug 11, 2023, 11:56 AM IST

गुरुग्राम। नूंह जिले में हुई हिंसा के बाद हरियाणा की खाप पंचायतों, सामाजिक संगठनों और किसान यूनियनों ने हर वर्ग के बीच भाईचारा स्थापित करने के लिए एक अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत राज्य में जिला स्तर पर कार्यक्रम आयोजित करके समाज के लोगों से शांति बनाए रखने और आपकी भाईचारे के साथ रहने की अपील की जा रही है। खास बात ये है कि खाप पंचायतों और किसान संगठनों ने मोनू मानेसर और बिट्टू बजरंगी को हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें गिरफ्तार करने की मांग की है।

हरियाणा की 30 खापों, संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं (एसकेएम), विभिन्न किसान संघों और सभी धर्मों के लोगों ने हिसार के बास गांव में एक महापंचायत की। महापंचायत में सदस्यों ने राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखने और अल्पसंख्यक समुदाय के लिए उत्तेजक नारे और भाषा का उपयोग करके अशांति पैदा करने की कोशिश करने वालों को चेतावनी देने का संकल्प लिया। एसकेएम सदस्य सुरेश कोथ के नेतृत्व में किसान संघ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हिसार, जींद, कैथल, करनाल, भिवानी, फतेहाबाद और कुछ अन्य जिलों के लोगों ने हिस्सा लिया।

महापंचायत के दौरान सर्वसम्मति से कई प्रस्ताव पारित किए, जिनमें अल्पसंख्यक समुदाय के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर जुलूस निकालने की चुनौती देने वाले बिट्टू बजरंगी और मोनू मानेसर की गिरफ्तारी की मांग की गई। उन्होंने कहा कि भविष्य में सभी धर्मों के लोग किसी भी हिंसा में हिस्सा नहीं लेंगे। खापे नूंह हिंसा से संबंधित अपने क्षेत्रों में शांति और सद्भाव स्थापित करने, नूंह सांप्रदायिक झड़प की निष्पक्ष जांच और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भड़काऊ शब्दों का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करती है। खापें एक विशेष समुदाय के खिलाफ फर्जी खबरें फैलाने वालों पर कार्रवाई के लिए काम करेंगे। साथ ही राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखेंगे।

खाप और किसान नेताओं ने कहा कि बीजेपी से जुड़े कुछ लोग राज्य में दंगे फैलाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन खाप और किसान संघ उन्हें दशकों पुराने संबंधों को नुकसान नहीं पहुंचाने देंगे। इनका केवल एक ही एजेंडा है, लेकिन लोगों को उनकी फूट डालो और राज करो की नीतियों के बारे में पता चल गया है और अब करारा जवाब दिया जाएगा। बीजेपी से जुड़े जो लोग जुलूस निकाल रहे हैं और ग्राम प्रधानों को मुसलमानों को गांव छोड़ने का आदेश जारी करने के लिए मजबूर कर रहे हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। हम ऐसे उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करते हैं, जो समाज के सामाजिक ताने-बाने को बर्बाद कर रहे हैं। अब हरियाणा की खापें और किसान संघ हर समुदाय के साथ मजबूती से खड़े हैं और इसे देश की शांति भंग करने की इजाजत नहीं देंगे।