माफिया की तरह काम करती है मोदी सरकार, भ्रष्टाचार उजागर करने वाले CAG अधिकारियों के तबादले पर कांग्रेस

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि आयुष्मान भारत और द्वारका एक्सप्रेसवे घोटालों पर रिपोर्टिंग के प्रभारी CAG के तीन अधिकारियों का मोदी सरकार में फैले भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए ट्रांसफर कर दिया गया है।

Updated: Oct 11, 2023, 03:53 PM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी महासचिव (जनसंचार) ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पीएम मोदी पर जमकर हमला किया। उन्होंने भ्रष्टाचार उजागर करने वाले CAG के तीन अधिकारियों के तबादले पर आपत्ति जताते हुए कहा कि मोदी सरकार सच को छुपाने के लिए माफ़िया की तरह काम करती है। 

जयराम रमेश ने ट्वीट किया, 'मोदी सरकार सच को छुपाने और डराने-धमकाने के लिए माफ़िया की तरह काम करती है। यदि कोई उसके भ्रष्टाचार के तौर-तरीकों को सामने लाता है, तो या तो उन्हें धमकी दी जाती है या हटा दिया जाता है। उसके ताज़ा शिकार नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) के तीन अधिकारी हैं, जिन्होंने संसद के मानसून सत्र के दौरान पेश की गई एक रिपोर्ट में सरकारी योजनाओं में बड़े पैमाने पर घोटालों का ख़ुलासा किया था।'

उन्होंने आगे लिखा, 'CAG रिपोर्ट में इंफ्रास्ट्रक्चर और सामाजिक योजनाओं में घोटाले को उजागर किया गया था। रिपोर्ट में द्वारका एक्सप्रेसवे में 1400% लागत बढ़ने और टेंडरिंग में धांधली सामने आई थी। साथ ही साथ हाईवे परियोजनाओं से 3,600 करोड़ रुपए की हेराफेरी, दोषपूर्ण बोली प्रक्रिया और भारतमाला योजना की लागत 60% बढ़ने की बात भी रिपोर्ट में थी। इतना ही नहीं, आयुष्मान भारत योजना के ऑडिट में मृत मरीज़ों के लाखों क्लेम्स और कम से कम 7.5 लाख लाभार्थी एक ही मोबाइल नंबर से जुड़े हुए पाए गए।'

जयराम रमेश ने आगे लिखा, 'अब, आयुष्मान भारत और द्वारका एक्सप्रेसवे घोटालों पर रिपोर्टिंग के प्रभारी CAG के तीन अधिकारियों का मोदी सरकार में फैले भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए ट्रांसफर कर दिया गया है। इसके बावजूद कि CAG को एक स्वतंत्र निकाय माना जाता है। हमारी मांग है कि ट्रांसफर के इन आदेशों को तुरंत रद्द किया जाए, अधिकारी CAG वापस जाएं और द्वारका एक्सप्रेसवे, भारतमाला और आयुष्मान भारत से जुड़े इन महाघोटालों पर कार्रवाई हो।'