पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक: विद्रोहियों ने पाक सेना के 30 जवानों की हत्या की, 104 बंधक छुड़ाए गए

पाकिस्तानी सिक्योरिटी फोर्सेज ने 104 बंधकों को रिहा करा लिया है। इनमें 58 पुरुष, 31 महिलाएं और 15 बच्चे शामिल हैं। बाकी की रिहाई के लिए ऑपरेशन जारी है।

Updated: Mar 12, 2025, 02:03 PM IST

पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में मंगलवार को चार सौ से ज़्यादा यात्रियों से भरी एक ट्रेन पर हथियारबंद विद्रोहियों ने कब्ज़ा कर लिया था। पाकिस्तानी सेना ने हाईजैक ट्रेन से 104 बंधकों को छुड़ा लिया है। वहीं, ट्रेन को हाईजैक करने वाले संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने दावा किया है कि उसने इस दौरान 30 पाकिस्तानी जवानों की हत्या की। वहीं, BLA के 16 लड़कों के भी मारे जाने की खबर है।

दरअसल, BLA ने मंगलवार को क़्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस पर हमला कर उसे हाईजैक कर लिया था। इस ट्रेन में 400 से अधिक लोग सवार थे। इन पैसेंजर्स में पाकिस्तानी सैनिक, पुलिसवाले और पाकिस्तानी खुफिया विभाग के एजेंट्स शामिल थे। BLA ने इन पैसेंजर्स में से 214 को बंधक बना लिया, जबकि अन्य को सुरक्षित जाने के लिए रास्ता दिया था।

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BLA ने बंधक बनाए गए पैसेंजर्स को युद्धबंदी कहा था और इनके बदले पाकिस्तान की जेल में बंद बलूच कार्यकर्ताओं, राजनैतिक कैदियों, गायब लोगों, लड़ाकों और अलगाववादी नेताओं की बिना शर्त रिहाई की मांग की थी। साथ ही सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर पाकिस्तानी आर्मी उनके खिलाफ अगर कार्रवाई करती है तो वह सभी बंधकों को मौत के घाट उतार देंगे।

इसके बाद बंधकों को छुड़ाने के लिए पाकिस्तानी सेना ने ऑपरेशन शुरू किया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि दुर्गम इलाका होने के बावजूद हमारे सैनिक बड़ी बहादुरी से बंधकों को छुड़ाने में लगे हैं। बताया जा रहा है कि पाकिस्तानी सेना ने इस ऑपरेशन में अबतक BLA के 16 लड़कों को मार गिराया है। जबकि BLS ने पाक सेना के 30 जवानों को मौत के घाट उतार दिया।

बता दें कि बीएलए एक विद्रोही गुट है जो बलूचिस्तान प्रांत को अगल देश मानता है। इस प्रांत में उनकी एक अलग सरकार चलती है। बलूचों की मांग है कि बलूचिस्तान में पाकिस्तान की किसी भी एजेंसी या सुरक्षा एजेंसी के कोई भी नुमाइंदे न रहें। बलूचों का यह भी कहना है कि चीन के साथ पाकिस्तान का जो CPEC प्रोजेक्ट चला उससे उनके खनिजों का दोहन हो रहा है। इन प्रोजेक्ट्स की वजह से बड़ी संख्या में समुदाय के लोग विस्थापित हुए हैं।