गुजरात के कच्छ से पकड़ी गई ड्रग्स की सबसे बड़ी खेप, 3300 किलो ड्रग्स के साथ पांच विदेशी नागरिक गिरफ्तार

इससे पहले 13 सितंबर 2021 को उद्योगपति गौतम अडानी के मुंद्रा पोर्ट पर 3000 किलो ड्रग्स बरामद हुई थी। हालांकि, इस बड़े रैकेट के पीछे का माफिया कौन था इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं हुई है।

Updated: Feb 28, 2024, 12:35 PM IST

कच्छ। नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो (NCB) ने अब तक की सबसे बड़ी ड्रग्स की खेप बरामद की है। गुजरात के कच्छ से ड्रग्स की सबसे बड़ी खेप पकड़ी गई है। यहां अलग-अलग तरह की 3300 किलो ड्रग्स बरामद की गई है। भारतीय नौसेना और नारकोटिक्स नियंत्रण ब्यूरो ने मिलकर इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।

जानकारी के मुताबिक पकड़ी गई 3300 किलो ड्रग्स में 3089 किलोग्राम चरस, 158 किलोग्राम मेथमफेटामाइन और 25 किलोग्राम मॉर्फिन शामिल है। साथ ही 5 विदेशी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया है। इस ड्रग्स की इंटरनेशनल मार्केट वैल्यू 2000 करोड़ रुपए से ज्यादा होने का अनुमान है।

शुरुआती जानकारी के मुताबिक पकड़ा गया कंसाइनमेंट ईरान से लाया जा रहा था। जिसकी सूचना मिलने के बाद ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। यह नाव दो दिनों तक समुद्र में रही। इसके बाद भारतीय नौसेना ने संदिग्ध नाव के भारतीय समुद्री सीमा में घुसने पर इसे रोक लिया और जांच की।।जांच के दौरान शिप से अरबों रुपए का ड्रग्स बरामद किया गया।

जखीरे के लिहाज से यह अब तक का सबसे बड़ा ड्रग्स कंसाइनमेंट है। बता दें कि तटीय राज्य गुजरात से भारत में बड़े पैमाने पर ड्रग्स की तस्करी की खबरें आती है। साल 2021 में यहां दुनिया के सबसे बड़े ड्रग्स रैकेट के संचालन का भंडाफोड़ हो चुका है। बावजूद कोई बड़ी कार्रवाई नहीं हुई, नतीजतन धड्डले से ड्रग्स का कारोबार जारी है। 13 सितंबर 2021 को उद्योगपति गौतम अडानी के मुंद्रा पोर्ट से 21 हजार करोड़ रुपए की 3 हजार किलो ड्रग्स पकड़ी गई थी। 

ड्रग्स को कागजों पर टेलीकॉम पाउडर बताकर लाया गया था। हालांकि, इस बड़े रैकेट के पीछे का माफिया कौन था इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं हुई है। मुंद्रा पोर्ट से ड्रग्स बरामदगी के बाद पता चला था कि उससे पहले भी टेलकम पाउडर के नाम पर ड्रग्स मंगाए गए थे। पिछले कुछ सालों में इस तरह के रैकेट का लगातार भंडाफोड़ हो रहा है। बावजूद ड्रग्स माफिया सक्रिय हैं। बीजेपी शासित गुजरात से संचालित यह ड्रग्स रैकेट न सिर्फ युवाओं के स्वास्थ्य बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी बेहद खतरनाक है।