विपक्षी सांसदों का संसद से विजय चौक तक तिरंगा मार्च, कांग्रेस बोली- लोकतंत्र खत्म कर रही है मोदी सरकार

दिल्ली में संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन विपक्षी सांसदों ने संसद से विजय चौक तक 'तिरंगा मार्च' निकाला। कांग्रेस ने कहा कि अडानी महाघोटाले पर सवाल से मोदी सरकार डरी हुई है और इस घोटाले की जांच के लिए JPC बनाना नहीं चाहती है।

Updated: Apr 06, 2023, 03:04 PM IST

नई दिल्ली। दिल्ली में संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन विपक्षी सांसदों ने संसद से विजय चौक तक 'तिरंगा मार्च' निकाला। इस दौरान यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी हाथों में तिरंगा थामे विपक्ष का नेतृत्व करते दिखीं। कांग्रेस ने कहा कि अडानी महाघोटाले पर सवाल से मोदी सरकार डरी हुई है और इस घोटाले की जांच के लिए JPC बनाना नहीं चाहती है।

तिरंगा मार्च के दौरान विपक्षी पाटियों की ओर से प्रेस को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “मोदी सरकार सिर्फ लोकतंत्र की बातें करती है लेकिन जो कहती है वो करती नहीं। 50 लाख करोड़ का बजट सिर्फ 12 मिनट में पास हो गया और सरकार कहती रही कि विपक्ष हंगामा कर रहा है। ऐसा पहली बार हुआ जब संसद को सरकार ने नहीं चलने दिया। जब भी हम बोलने के लिए उठते थे और हम नोटिस देते थे। नोटिस पर चर्चा की मांग करते थे। तब वह हमको बोलने नहीं देते थे। ऐसा पहली बार हुआ कि सत्ता पक्ष ने ही संसद को चलने नहीं दिया। इसके पीछे वजह यही है कि जो हमने मुद्दे उठाए हैं, खास कर अडानी से जुड़े मुद्दे हैं।"

उन्होंने आगे कहा कि, "18 से 19 पार्टियों ने मिलकर इस कॉमन मुद्दे को उठाया। मुद्दा यह है अडानी को इतना महत्व क्यों दिया जा रहा है। अडानी की संपत्ति केवल ढाई साल में 12 लाख करोड़ रुपये कैसे बनी? सरकार से पैसा लिया, एलआईसी से लिया। बैंकों से लिया। सरकार का पैसा और पब्लिक सेक्टर की संपत्ति उन्होंने खरीदा। यानी पैसा भी सरकार का और संपत्ति भी सरकार की। वह संपत्ति बनाते गए। इतनी बड़ी संपत्ति वाला आदमी देश में या विदेश में कोई नहीं होगा।" 

इस दौरान कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने कहा कि, "पूरी बीजेपी और नरेंद्र मोदी सरकार लोकतंत्र को खत्म करने का काम कर रही है। पूरे सत्र में वे बस अडानी को बचाने में लगे थे। हम बस JPC जांच की मांग कर रहे हैं। वे इस पर बात तक नहीं कर रहे हैं। हम इस मुद्दे को जनता के बीच लेकर जाएंगे।" बता दें कि आज संसद के बजट सत्र का आखिरी दिन की कार्यवाही भी हंगामे के चलते नहीं हो पाई। अडाणी मुद्दे पर JPC की मांग को लेकर अड़ी कांग्रेस और 12 अन्य विपक्षी दलों ने विरोध जताने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला की तरफ से रखी गई शाम की चाय की पार्टी का बहिष्कार कर दिया है।