कथनी और करनी में फर्क पूरा देश देखेगा, अमित शाह की चिट्ठी पर कांग्रेस अध्यक्ष का जवाब

मणिपुर पर संसद में चल रहे गतिरोध के बीच गृह मंत्री अमित शाह के लेटर का जवाब देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।

Updated: Jul 27, 2023, 08:58 AM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गृह मंत्री अमित शाह के 25 जुलाई के पत्र का जवाब दिया है। उन्होंने पत्र लिखकर कहा कि केंद्र सरकार की कथनी और करनी में बहुत फर्क है और यह पूरा देश देख रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने पीएम मोदी के INDIA गठबंधन की तुलना आतंकवादी संगठन से करने वाले बयान की भी निंदा की।

खड़गे ने गृह मंत्री अमित शाह के पत्र के जवाब में कहा कि पत्र के माध्यम से भावनाओं को व्यक्त करना आसान है, लेकिन उससे ज़्यादा आसान है अपने आचरण से सदन में मौजूद विपक्षी दलों के सदस्यों का विश्वास जीतना। उन्होंने कहा, ''एक ही दिन में पीएम मोदी देश के विपक्षी दलों को अंग्रेज शासकों और आतंकवादी दल से जोड़ते हैं और उसी दिन गृह मंत्री अमित शाह भावनात्मक पत्र लिखकर विपक्ष से सकारात्मक रवैये की अपेक्षा करते हैं। सत्ता पक्ष और विपक्ष में समन्वय का अभाव वर्षों से दिख रहा था। इस पर पीएम मोदी का विपक्षी दलों को दिशाहीन बताना बेतुका ही नहीं बल्कि दुर्भाग्यपूर्ण भी है।"

खड़गे ने कहा कि पीएम मोदी से हम सदन में आकर बयान देने का आग्रह कर रहे हैं, लेकिन ऐसा लगता है कि उनका ऐसा करना उनके सम्मान को ठेस पहुंचाता है। हमारी इस देश की जनता के प्रति प्रतिबद्धता है और हम इसके लिए हर क़ीमत देंगे। उन्होंने आगे कहा कि लंबे समय तक शासन में रहने के बाद हमें ज्ञात है कि इतिहास के पन्नों में पक्ष और विपक्ष दोनों का हर आचरण दर्ज होता है। हमारी जवाबदेही मौजूदा पीढ़ी के साथ साथ आने वाली पीढ़ियों के लिए भी है ताकि हम उन्हें बता सकें कि हमने उनके अधिकारों की लड़ाई लड़ी थी।

खड़गे ने पत्र में लिखा, ''सत्तापक्ष यदि सचमुच सदन की कार्यवाही चलाने की इच्छा रखता है तो यह आसानी से विपक्ष को बोलने का मौका देकर किया जा सकता है। इसके लिए आसन अपने अधिकार का प्रयोग कर सकता है। इसी तरह सदन के नेता का व्यवहार पूर्व-निर्धारित प्रतिक्रिया संचालित ना होकर सामान्य एवं सकारात्मक हो सकता है। यह सदन को सुचारू रूप से चलाने में सहायक होगा। सत्र के दौरान रोज सरकार और विपक्ष का आचरण सदन के सामने रहता है आज भी रहेगा। गृह मंत्री अमित शाह की कथनी और करनी में कितनी समानता रहेगी यह पूरा विपक्ष समेत देश देखेगा।"

दरअसल, गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को विपक्ष के नेताओं, मल्लिकार्जुन खरगे और अधीर रंजन चौधरी को पत्र लिखकर उनसे संसद में मणिपुर मुद्दे पर चर्चा में अमूल्य सहयोग देने का अनुरोध किया। राज्यसभा में विपक्ष के नेता खरगे और लोकसभा में कांग्रेस नेता चौधरी को लिखे एक जैसे पत्रों में शाह ने कहा कि सरकार मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है और उन्होंने सभी से पार्टी की विचारधारा से ऊपर उठकर सहयोग करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि सभी दल इस महत्वपूर्ण मुद्दे को हल करने में सहयोग करेंगे।"