तथाकथित चाणक्य पूरी तरह से फेल हुए हैं, हिमाचल मामले पर जयराम रमेश ने कसा मोदी-शाह पर तंज

हिमाचल को लेकर मीडिया में तरह-तरह की बातें चल रही हैं। कांग्रेस नेतृत्व के हस्तक्षेप और हमारे पर्यवेक्षकों की तत्परता के बाद वहां स्थिति पूरी तरह से कांग्रेस के नियंत्रण में है: जयराम रमेश

Updated: Feb 29, 2024, 05:37 PM IST

शिमला। हिमाचल प्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि हिमाचल में प्रधानमंत्री और तथाकथित चाणक्य पूरी तरह से फेल हुए हैं। रमेश ने दावा किया कि राज्य में स्थिति कांग्रेस के नियंत्रण में है।

जयराम रमेश ने ट्वीट किया, 'हिमाचल को लेकर मीडिया में तरह-तरह की बातें चल रही हैं। लेकिन हम एक बात बिल्कुल स्पष्ट रूप से कहना चाहते हैं। हिमाचल में प्रधानमंत्री और तथाकथित चाणक्य पूरी तरह से फेल हुए हैं। कांग्रेस नेतृत्व के हस्तक्षेप और हमारे पर्यवेक्षकों की तत्परता के बाद वहां स्थिति पूरी तरह से कांग्रेस के नियंत्रण में है।'

कांग्रेस महासचिव ने आगे कहा, 'दूसरे राज्यों की तरह बीजेपी ने हिमाचल में भी जनता द्वारा चुनी हुई कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार को अस्थिर करने के लिए धनबल, सत्ताबल और बाहुबल का खेल शुरू किया था। लेकिन वे विफल रहे क्योंकि हिमाचल की जनता का आशीर्वाद कांग्रेस के साथ है। इस घटना के बाद हमारे संकल्प और मज़बूत हुए हैं। हम हिमाचल के लोगों की सेवा करते रहेंगे।'

हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक उथल-पुथल तब सामने आई जब क्रॉस वोटिंग के कारण भाजपा ने राज्यसभा चुनाव में जीत हासिल की। बहुमत होने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी अभिषेक मनु सिंघवी को हार का सामना करना पड़ा। भाजपा ने तब दावा किया कि सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार अल्पमत में है। इधर, स्पीकर ने क्रॉस वोटिंग करने वाले 6 विधायकों को अयोग्य करार देते हुए उनकी सदस्यता समाप्त कर दी।

स्पीकर के इस फैसले से हिमाचल की कांग्रेस सरकार गिरने का खतरा टल गया है। हिमाचल में कुल 68 विधायक हैं। इस फैसले के बाद कांग्रेस के पास अब 34 MLA बचे हैं। भाजपा के 25 विधायक हैं जबकि 3 निर्दलीय हैं। अगर 3 निर्दलीय भाजपा को मिलते हैं तो भी 28 ही विधायक हो रहे हैं। अगर फ्लोर टेस्ट की नौबत आई तो कांग्रेस सरकार आसानी से बहुमत साबित कर लेगी। हालांकि, अगर विक्रमादित्य और उनका खेमा बगावत करता है तो फिर सरकार खतरे में आ जाएगी।