मध्य प्रदेश के प्रमुख अख़बारों की विवेचना, देखिए सिर्फ़ हम समवेत पर
मध्य प्रदेश के प्रमुख अखबारों में आज इन खबरों को प्रमुखता से छापा गया, उसे आप मिनटों में यहां देख सकते हैं।
अरुण यादव का जवाब- यादव हूँ, सिंधिया नहीं
खंडवा लोकसभा उपचुनाव में टिकट के दावेदार पूर्व सांसद अरुण यादव ने अपने भाजपा में जाने की खबरों का खंडन किया है। उन्होंने ट्वीट किया है कि मेरे शरीर और परिवार की एक-एक बूंद में कांग्रेस विचारधारा का प्रवाह होता है। मुझ सहित समूचे परिवार के नाम के आगे "यादव" लिखा जाता है, "सिंधिया" नहीं। अलगाववादी ताकतों को मुंह की खानी पड़ेगी"। इस पर राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने जवाबी ट्वीट में लिखा कि शाबाश अरुण। आपसे हम सभी लोगों को यही उम्मीद है। इसपर भाजपा की ओर से मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पराशर ने ट्वीट कर प्रतिक्रिया दी।
लाभ के कर मंत्री पटेल बोले- नहीं लेंगे आरक्षण का लाभ
प्रदेश सरकार के पिछड़ा वर्ग व अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री रामखेलावन पटेल ने कहा कि वे अपने बच्चों को 27 फीसदी आरक्षण का लाभ नहीं दिलवाएंगे। उनकी तीन बेटियां हैं, उनका परिवार इसका फायदा नहीं लेगा। पटेल ने ओबीसी आरक्षण को लेकर जारी राजनीतिक बयानों के बीच यह बात कही है। हालांकि उनकी।बड़ी बेटी ओबीसी कोटे से आपसी एमपीपीएससी में ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर (बीडीओ) चयनित हुई हैं और अभी भोपाल में पदस्थ हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि आरक्षण में क्रीमीलेयर की व्यवस्था लागू है। ऐसे में ऐसी घोषणा का कोई महत्व नहीं है।
सिंधिया समर्थकों को पद देने के लिए 10 घंटे माथापच्ची
मप्र सरकार के निगम-मंडल, आयोग व प्राधिकरणों में राजनीतिक के होने की नियुक्तियों और भाजपा संगठन में पार्टी के खाली पदों को भरने के लिए भाजपा के शीर्ष नेताओं के बीच रविवार को 10 घंटे मंथन हुआ। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री सुहास भगत और सह संगठन महामंत्री हितानंद मौजूद रहे। इस बैठक में कांग्रेस छोड़ कर आए ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थकों को विभिन्न पदों पर नियुक्ति दी जाएगी। पहली सूची में सिंधिया समर्थक नेताओं के नाम ही होंगे।