भारत से 88 नर्सों का समूह UAE पहुंचा
भारतीय राजदूत पवन कपूर ने कहा कि इससे दोनों देशों के बीच लंबे समय से चली आ रही दोस्ती को और मजबूत मिलेगी.
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में कोविड-19 संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी होने के बीच देश के स्वास्थ्यकर्मियों की मदद के लिए भारत से 88 नर्सों का पहला समूह यूएई पहुंचा है.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार खाड़ी देश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 17 हजार के पार हो गई है.
स्वास्थ्य और रोकथाम मंत्रालय ने कहा कि यूएई में नौ मई को इस महामारी के 624 नए मामले सामने आए हैं, जिससे मामलों की कुल संख्या बढ़कर 17,417 हो गई है.
इस दिन वायरस के कारण 11 लोगों की मौत होने के बाद मृतकों की संख्या 185 हो गई है.
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खलीज टाइम्स की खबर के अनुसार ये नर्स केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में एस्टर डीएम हेल्थकेयर अस्पतालों से हैं. इन नर्सों को 14 दिन तक अलग रखे जाने के बाद आवश्यकता के अनुसार विभिन्न अस्पतालों में भेजा जाएगा.
यूएई में भारतीय राजदूत पवन कपूर ने कहा कि इससे दोनों देशों के बीच लंबे समय से चली आ रही दोस्ती को और मजबूत मिलेगी.
उन्होंने कहा, ‘‘भारत और यूएई दिखा रहे हैं कि कैसे एक रणनीतिक साझेदारी को इस महामारी से निपटने के लिए एक मजबूत सहयोग में बदला जा सकता है. जरूरत में दोस्त की मदद करना दोनों देशों के बीच सहयोग का मकसद है.’’
दुबई स्वास्थ्य प्राधिकरण के महानिदेशक हुमैद अल कुतामी ने कहा, “यह पहल दोनों देशों द्वारा साझा किए गए संबंधों की पहचान है और यह सरकार और निजी स्वास्थ्य क्षेत्र के बीच घनिष्ठ सहयोग को दिखाता है.’’
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हाल ही में यूएई में राजघराने और शासन से जुड़े कई प्रभावशाली लोगों ने भारत में ‘बढ़ती जा रही इस्लामोफोबिया’ पर चिंता जताई थी. इस्लामोफोबिक पोस्ट करने को लेकर यूएई में काम कर रहे कई भारतीयों को नौकरी से भी हाथ धोना पड़ा और प्रभावशाली लोगों ने ऐसा करने वालों को वापस भारत भेजने की चेतावनी भी दी थी. इसे लेकर यूएई में भारत के राजदूत पवन कपूर ने वहां रह रहे भारतीयों से ढीक ढंग से व्यवहार करने को कहा था.