जासूसी गुब्बारे को मार गिराए जाने के बाद अमेरिका पर भड़का चीन, आवश्यक प्रतिक्रिया की दी धमकी

अमेरिका ने अपने आसमान में उड़ रहे चीनी गुब्बारे को मार गिराया है, अमेरिका इसे एक जासूसी गुब्बारा बता रहा है जबकि चीन का कहना है कि यह मौसम का अनुमान लगाने वाला गुब्बारा था जो कि भटक गया था

Updated: Feb 05, 2023, 05:25 AM IST

Photo Courtesy: Channel S
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नई दिल्ली। संयुक्त राज्य अमेरिका के हवाई क्षेत्र में पिछले एक हफ्ते से उड़ रहे चीन के जासूसी गुब्बारे को अमेरिका ने मार गिराया है। अमेरिका की शिकायत थी कि बीते कुछ दिनों से चीनी गुब्बारा उनके सैन्य स्थलों की जासूसी कर रहा है। लेकिन उसके इस कदम पर चीन की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई है। चीन ने अमेरिका के इस कदम का जवाब देने की धमकी दी है। 

इससे पहले शनिवार को अमेरिका ने कैरोलिना तट पर संदेहास्पद चीनी गुब्बारे को मार गिराया। यह पिछले एक हफ्ते से अमेरिका के आसमान पर मंडरा रहा था। 28 जनवरी को इसे अमरीकी क्षेत्र में प्रवेश करते देखा गया था। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को इस मामले पर संज्ञान लेने की बात भी कही थी। लेकिन गुब्बारे को मार गिराए जाने से जमीन पर लोगों की जान और उनकी संपत्ति के नुकसान के खतरे को देखते हुए कोई कार्रवाई नहीं करने का मन बनाया था। 

हालांकि जैसे ही यह गुब्बारा समुद्री तट के ऊपर पहुंचा, पेंटागन ने इसे एफ22 जेट के ज़रिए उड़ा दिया। गुब्बारे के मलबे को इकट्ठा करने के लिए पहले ही तैयारी कर ली गई थी। अब अमेरिका और चीन के बीच इस मसले पर गहमागहमी शुरू हो गई है। अमेरिका दावा कर रहा है कि वह गुब्बारा अमेरिका के सैन्य स्थलों की जासूसी के लिए उड़ाया गया था। जबकि चीन ने इसे अपना गुब्बारा स्वीकारते हुए एक नागरिक हवाईपोत बता रहा है, जो जलवायु अनुसंधान करते समय भटक गया था। 

अमेरिका के इस कदम से पहले विदेश मंत्री एंटी ब्लिंकेन ने चीन की अपनी यात्रा को रद्द कर दिया। इधर चीनी विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा है कि हमने पहले ही इस मामले में अमेरिका से अपील की थी वह इस मामले को सुरक्षा संकट का नाम देने की बजाय पेशेवर और संयमित तरीके से संभाले। लेकिन अमेरिका ने गुब्बारे को निशाना बनाकर अंतर्राष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन किया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि चीन आवश्यक प्रतिक्रिया देने के अपने अधिकार को सुरक्षित रखेगा।