जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा अपने पद से देंगे इस्तीफा, बहुमत खोने के बाद हटाने की मांग तेज हुई थी

इशिबा की गठबंधन सरकार जुलाई में हुए ऊपरी सदन (हाउस ऑफ काउंसलर्स) के चुनाव में हार गई थी। इशिबा ने इसके लिए हाल ही में माफी मांगी थी और कहा था कि वह इस्तीफा देने के बारे में निर्णय लेंगे।

Updated: Sep 07, 2025, 01:30 PM IST

टोक्यो। जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने इस्तीफा देने का फैसला किया है। इशिबा ने यह कदम सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) के भीतर विभाजन से बचने के लिए उठाया है। जापान के पब्लिक ब्रॉडकास्टर NHK ने रविवार को यह रिपार्ट जारी की है।

इशिबा की गठबंधन सरकार जुलाई में हुए ऊपरी सदन (हाउस ऑफ काउंसलर्स) के चुनाव में हार गई थी। इशिबा ने इसके लिए हाल ही में माफी मांगी थी और कहा था कि वह इस्तीफा देने के बारे में निर्णय लेंगे। चुनावी हार के बाद के LDP भीतर 'इशिबा को हटाओ' आंदोलन तेज हो गया था। पार्टी के कुछ नेताओं और सांसदों ने उनके नेतृत्व पर सवाल उठाए, जिससे उनकी स्थिति कमजोर हो गई थी।

अब उनके हटने के बाद LDP में नई लीडरशिप की दौड़ शुरू हो सकती है। इसमें कई बड़े नाम जैसे साने ताकाइची, ताकायुकी कोबायाशी और शिंजिरो कोइज़ुमी शामिल हैं। 68 साल के इशिबा ने पिछले साल अक्टूबर में ही पदभार संभाला था। यानी इस्तीफा देने का मतलब होगा कि वो एक साल भी इस पद पर नहीं टिके। एक साल के अंदर ही उन्होंने देश के दोनों सदनों में बहुमत खो दिया है।

पिछले एक महीने से अधिक समय से उनका अपनी ही पार्टी के भीतर विरोध हो रहा था, विरोध करने वाले ज्यादातर दक्षिणपंथी गुट था। दरअसल जुलाई में, इशिबा के सत्तारूढ़ गठबंधन को करारा झटका लगा था। यह गठबंधन एक महत्वपूर्ण संसदीय चुनाव में 248 सीटों वाले उच्च सदन में बहुमत हासिल करने में विफल रहा, जिससे उनकी सरकार की स्थिरता को और झटका लगा।

इस चुनाव के बाद से ही इशिबा पर यह दबाव बढ़ने लगा कि वह पार्टी के इस खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लें। अबतक इशिबा ने बैकफुट पर जाने से इनकार किया है लेकिन अब लगता है कि वो पीछे हट गए हैं। इशिबा के इस कदम की टाइमिंग भी बड़ी अहम है। एक दिन बाद ही यानी सोमवार को उनकी लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी यह तय करने वाली है कि जल्द ही नए नेतृत्व के लिए चुनाव कराया जाए या नहीं।