म्यांमार की सेना ने मचाया कत्लेआम, हवाई हमले कर अपने ही 100 नागरिकों को उतारा मौत के घाट

संयुक्त राष्ट्र ने आम नागरिकों पर म्यांमार की सेना के हवाई हमले की निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क ने बयान जारी कर कहा कि हवाई हमले की रिपोर्ट काफी परेशान करने वाली है।

Updated: Apr 12, 2023, 08:32 AM IST

म्यांमार की सेना ने तख्तापलट के बाद देश में कोहराम मचा रखा है। सैन्य शासन की ओर से मंगलवार को मध्य म्यांमार में घातक हवाई हमले किए गए। इस हवाई हमले में कई बच्चों और महिलाओं सहित 100 से अधिक लोग मारे गए हैं। बताया जा रहा है कि म्यांमार की सेना ने अपने नागरिकों पर जेट से बम बरसाए और हवाई जहाज से लगातार 20 मिनट तक फायरिंग की।

घटना राजधानी नेपिडॉ से 260 किमी दूर सागिंग प्रांत में स्थित पाजीगी कस्बे का है। आर्मी अटैक के समय वहां 300 से ज्यादा लोग मौजूद थे। कहा जा रहा है कि यहां सैन्य शासन के विरोधियों की ओर से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें आम लोग शामिल हुए थे। हमले के दौरान वहां मौजूद एक व्यक्ति ने बीबीसी को बताया कि गांव में सुबह 7 बजे सेना का जेट आया। इसने एक बम गिराया, जिसके बाद कई हेलिकॉप्टर्स से फायरिंग शुरू हो गई। ये गोलीबारी लगातार 20 मिनट तक जारी रही।

यूनाइटेड नेशंस ने सेना की तरफ से किए गए हमले की निंदा की है। यूएन ह्यूमन राइट्स के हाई कमिश्नर वोल्कर तुर्क ने कहा कि हवाई हमले की रिपोर्ट परेशान करने वाली है। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि पीड़ितों में कार्यक्रम में नृत्य कर रहे स्कूली बच्चे और उद्घाटन समारोह में भाग लेने वाले अन्य नागरिक शामिल हैं, जिस समारोह पर सेना ने हेलीकॉप्टर से बम बरसाए।

बता दें कि म्यांमार की सेना ने फरवरी 2021 में तख्तापलट कर देश की सत्ता अपने हाथ में ले ली थी। सेना ने म्यांमार की नेता आंग सान सू की को जेल में डाल दिया है। साथ ही देश में इमरजेंसी लगा दी गई है। इसके बाद से ही देश में सैन्य शासन के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। सेना इन प्रदर्शनों को दबाने के लिए लोगों पर बलपूर्वक कार्रवाई कर रही है। सेना की कार्रवाई में अब तक तीन हजार से अधिक नागरिकों के मारे जाने का अनुमान है।