भारत ने हमेशा स्वतंत्र विदेश नीति अपनाई है, मैं उनकी विदेश नीति को सलाम करता हूं: इमरान खान

खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में एक रैली को संबोधित करते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि वह पड़ोसी देश भारत की सराहना करेंगे क्योंकि भारत के पास हमेशा से अपनी एक 'स्वतंत्र विदेश नीति' रही है

Updated: Mar 21, 2022, 08:19 AM IST

इस्लामाबाद। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने आजादी के बाद से रही भारत की विदेश नीतियों की जमकर तारीफें की है। इमरान खान ने कहा कि भारत ने हमेशा एक स्वतंत्र विदेश नीति अपनाई है और मैं उनकी विदेश नीति को सलाम करता हूं। 

पाकिस्तानी पीएम का यह बयान तब सामने आया है, जब उनकी कुर्सी खतरे में हैं। इमरान खान अपने खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने वाले हैं। 25 मार्च को नेशनल असेंबली का सत्र बुलाया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के मलकंद इलाके में इमरान खान ने एक बड़ी जनसभा को संबोधित करते हुए भारतीय विदेश नीतियों की तारीफें की।

यह भी पढ़ें: पीएम मोदी केवल दो घंटे सोते हैं, 24 घंटे जागने का कर रहे प्रयोग: महाराष्ट्र BJP अध्यक्ष

इमरान खान ने कहा कि, 'मैं आज भारत को सलाम करता हूं क्योंकि इन्होंने हमेशा आजाद विदेश नीति का पालन किया है। आज भारत का अमेरिका के साथ क्वाड में गठबंधन है और अपने आप को न्यूट्रल कहता है। भारत रूस से तेल भी खरीद रहा है जबकि प्रतिबंध लगे हुए हैं, क्योंकि भारत की नीति हमेशा अपने नागरिकों के लिए रही है।'

इमरान खान ने इस दौरान दावा किया अमेरिका और यूरोपीयन यूनियन ने उन्हें यूक्रेन पर आक्रमण के लिए रूस की निंदा करने का दबाव बनाया था, लेकिन उन्होंने साफ इनकार करते हुए पूछा कि क्या वे भारत को ऐसा करने के लिए कह सकते हैं? खान के मुताबिक युद्ध शुरू होने के बाद उन्हें रूसी दौरा कैंसिल करने का भी दबाव बनाया लेकिन वे रूस गए। 

यह भी पढ़ें: आर्टिकल 370 हटाने की तरह ही PoK को भी आजाद कराएगी BJP: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह

इमरान खान ने कहा कि अमेरिका हमें गुलाम समझता है, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे। खान के मुताबिक अब पाकिस्तान की विदेश नीति भी यहां के लोगों के पक्ष में होगी। इमरान ने कहा कि मैं आजतक किसी के सामने नहीं झुका और न ही अपने देश को झुकने दूंगा। खान ने ईयू पर राजनयिक प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनके राजदूत जो बात पाकिस्तान से कहते हैं, वही बात भारत को कहने से डरते हैं, जैसे यूक्रेन पर रूसी हमले की निंदा।