नक्सलियों से मुठभेड़ में MP हॉकफोर्स के इंस्पेक्टर शहीद, अदम्य साहस के लिए दो बार मिल चुका था वीरता पदक

राजनांदगांव के जंगलों में नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान MP हॉक फोर्स के इंस्पेक्टर आशीष शर्मा शहीद हो गए। तीन राज्यों की संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर थी जब गोलीबारी में वह घायल हुए। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने श्रद्धांजलि देते हुए उनके वीरता पदकों और सर्वोच्च बलिदान को याद किया।

Updated: Nov 19, 2025, 06:44 PM IST

Photo Courtesy: DB
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राजनांदगांव। मध्य प्रदेश–छत्तीसगढ़ सीमा से लगे राजनांदगांव के घने जंगलों में बुधवार को नक्सलियों से हुई मुठभेड़ में एमपी हॉक फोर्स के इंस्पेक्टर आशीष शर्मा शहीद हो गए। 2016 बैच के प्लाटून कमांडर रहे आशीष शर्मा नरसिंहपुर जिले के बोहानी गांव के निवासी थे। गोली लगने के बाद उन्हें डोंगरगढ़ अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सीएम मोहन यादव ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका बलिदान नक्सल उन्मूलन के अभियान में अविस्मरणीय रहेगा।

मुठभेड़ छत्तीसगढ़ के बोरतलाव क्षेत्र से सटे कंघुर्रा जंगलों में हुई थी। नक्सलियों की मौजूदगी के पुख्ता इनपुट मिलने के बाद मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की संयुक्त सुरक्षा टीमें नक्सल विरोधी ऑपरेशन पर निकली थीं। ऑपरेशन के दौरान टीम का नक्सलियों से आमना-सामना हो गया और दोनों ओर से गोलाबारी शुरू हो गई। इसी दौरान आशीष शर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए थे। घटनास्थल की कठिनाइयों के बीच उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन उनकी जान नहीं बच सकी।

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जानकारी के अनुसार, ऑपरेशन एमपी–महाराष्ट्र–छत्तीसगढ़ बॉर्डर के उस इलाके में चलाया जा रहा था। यहां हाल ही में नक्सल गतिविधियां बढ़ने की सूचना मिली थी। सुरक्षा एजेंसियों ने इसे संवेदनशील जोन मानते हुए बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। बताया ये भी जा रहा है कि गोलीबारी देर तक जारी रही थी। संयुक्त दस्ते ने इलाके में नक्सलियों के मूवमेंट, उनके ठिकानों और हथियारों की जानकारी जुटाने के लिए अभियान तेज किया हुआ था।

सीएम मोहन यादव ने अपने आधिकारीक ट्वीटर अकाउंट पर लिखा कि आशीष शर्मा ने अभूतपूर्व साहस और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय दिया। वह पहले भी कर्तव्य के दौरान अदम्य वीरता दिखाने के लिए भारत सरकार की ओर से दो बार वीरता पदक से सम्मानित किए जा चुके थे। सीएम ने कहा कि उनके सर्वोच्च बलिदान को सदैव याद रखा जाएगा और राज्य सरकार शोकाकुल परिवार के साथ खड़ी है।

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