मुस्लिमों से वक्फ की जमीन छीनना चाहती है बीजेपी, अखिलेश यादव ने मोदी सरकार की मंशा पर उठाए सवाल
अखिलेश यादव ने कहा कि इस बिल के पीछे का मकसद मुस्लिम समुदाय के लोगों के अधिकारों को छीनना है। वक्फ बिल बीजेपी की सांप्रदायिक राजनीति का नया रूप है।

नई दिल्ली। लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर बहस के दौरान समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव बीजेपी पर जमकर बरसे। सपा सुप्रीमो ने कहा कि वक्फ बिल मोदी सरकार की नाकामी पर पर्दा है। भाजपा सरकार हर मोर्चे पर नाकाम है। रातोंरात नोटबंदी का फैसला लिया। नोटबंदी की नाकामी पर भी चर्चा जरूरी है। यादव ने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी और किसान की आय दोगुनी नहीं कर पाए, उस पर भी चर्चा होनी चाहिए।
वक्श संशोधन बिल पर बहस के लिए समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने लोकसभा में कहा कि वक्फ बिल से ज्यादा जरूरी वह जमीन है, जिस पर चीन ने गांव बसा लिया है। लेकिन यह (सरकार) नहीं चाहती कि उस पर चर्चा हो। इस बिल के पीछे न सरकार की नीति सही है न नियत। इस बिल के पीछे का मकसद मुस्लिम समुदाय के लोगों के अधिकारों को छीनना है। वक्फ बिल बीजेपी की सांप्रदायिक राजनीति का नया रूप है। इनका मकसद वक्फ की जमीनों को छीनना है और इन जमीनों को पिछले रास्ते अपने लोगों को देना चाहती है।
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अखिलेश यादव ने कहा कि वक्फ बिल के जरिए बीजेपी उनका तुष्टिकरण करना चाहती है, जो बीजेपी से छिटक गए। यह वोट को संभालने के लिए बिल लाया गया है। बीजेपी यह बिल इसलिए लाना चाहती ताकि ध्रुवीकरण हो। जितना ध्रुवीकरण होगा, उतना बीजेपी को फायदा होगा। वक्फ बिल से दुनिया में गलत संदेश जाएगा और इससे सेक्यूलर ईमेज को धक्का लगेगा। यह बिल सोची समझी रणनीति का हिस्सा है। बीजेपी चाहती है कि इस बिल के जरिए मुस्लिम समुदायों के बीच बंटवारा हो जाए।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि वक्फ बिल मुसलमानों के लिए है। मुसलमानों की बात ही नहीं सुन रहे। वक्फ बिल के पीछे ना नीति सही, ना नियत सही। भाजपा ध्रुवीकरण का फायदा उठानी चाहती है। भाजपा मुस्लिम भाईचारे को बांटना चाहती है। भाजपा को अपने वोटबैंक में गिरावट की चिंता है।महाकुंभ में कितने हिंदू मारे गए, इस पर पर्दा डालने के लिए भाजपा यह बिल लेकर आई है।
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इस दौरान भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो पार्टी खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहती है, वह अभी तक अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं चुन पाई है। इसपर जवाब देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मेरे सामने जितनी भी पार्टियां हैं, उनके राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव कुछ परिवार के लोग ही करेंगे। हमें 12-13 करोड़ सदस्यों में से प्रक्रिया के बाद चुनना है। इसलिए इसमें समय लगता है। आपके मामले में तो ज्यादा समय नहीं लगेगा। मैं तो कह रहा हूं कि आप 25 साल तक अध्यक्ष बने रहेंगे।