भोपाल के मिसरोद में कैफे पर नकाबपोश गुंडों का हमला, जमकर की तोड़फोड़

भोपाल के मिसरोद स्थित मैजिक स्पॉट कैफे में 20 से ज्यादा नकाबपोश बदमाशों ने तलवार-डंडों से जमकर तोड़फोड़ की। सीसीटीवी फुटेज वायरल होने पर पुलिस ने दो संदिग्धों को पकड़ा है। बाकी आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस जुट गई है।

Updated: Nov 19, 2025, 03:36 PM IST

मिसरोद। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के मिसरोद इलाके में मंगलवार देर रात एक नए खुले कैफे मैजिक स्पॉट में 20 से ज्यादा नकाबपोश बदमाशों ने धावा बोलकर जमकर तोड़फोड़ की। करीब दो मिनट से भी कम समय में बदमाश तलवार, डंडे और अन्य हथियारों से कैफे को तहस-नहस कर फरार हो गए। घटना के दौरान कैफे में एक युवक और युवती मौजूद थे जो हमला होते ही भागकर अपनी जान बचाने में सफल रहे। हमलावरों की मंशा लूटपाट की नहीं थी बल्कि सीधे कैफे को निशाना बनाकर तोड़फोड़ की गई थी जिस कारण पुलिस इसे रंजिश या पुराने विवाद से जुड़ा मामला मान रही है।

सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दिया कि बदमाशों ने चेहरे पर कपड़ा और गमछा बांध रखा था ताकि पहचान न हो सके। कैफे में घुसते ही उन्होंने काउंटर, कांच की शीशे, फर्नीचर, डिस्प्ले यूनिट और मशीनों को पूरी ताकत से तोड़ना शुरू कर दिया। फुटेज में कई बदमाश काउंटर पर चढ़कर सामान फेंकते दिखे। जबकि, अन्य डंडों से फर्नीचर पर वार कर रहे थे। तोड़फोड़ के दौरान स्टाफ ने छिपकर बचने की कोशिश की और ग्राहक घबराकर बाहर की ओर भागते नजर आए। अफरा-तफरी के बीच कर्मचारियों पर भी हमला हुआ और कई को चोटें आईं।

यह भी पढ़ें:एंटी नक्सल अभियान में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी सफलता, हिड़मा के बाद 7 और नक्सली मारे गए, 3 SZCM समेत 50 गिरफ्तार

कैफे संचालक सक्षम गिरि ने मिसरोद थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है। उन्होंने शिकायत में रंजिश की स्पष्ट वजह तो नहीं बताई लेकिन संदिग्धों में योगी, निखिल, अभिषेक सहित पांच नामजद और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। एफआईआर में जिन नामों का उल्लेख था उनमें से दो संदेहियों को पुलिस ने रात में ही राउंड अप कर लिया और उनसे पूछताछ जारी है। डीसीपी जोन-2 विवेक सिंह ने बताया कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि वजह रंजिश थी या कोई पुराना विवाद या अन्य धमकी से जुड़ा मामला। पुलिस सभी एंगल से मामले की जांच कर रही है।

यह भी पढ़ें:MP: SIR में चूक होने पर कर्मचारियों के विरुद्ध एक्शन, सीधी कलेक्टर ने तीन कर्मियों के वेतन काटे

हमले की गंभीरता को देखते हुए मिसरोद, बागसेवनिया और कटारा हिल्स थानों की संयुक्त टीमें जांच में जुटाई गई हैं। टीमें सीसीटीवी फुटेज, बदमाशों के रूट मैप, कैफे से जुड़े संभावित विवादों और स्थानीय इनपुट के आधार पर जांच कर रही है। हमलावरों के चेहरों पर कपड़ा होने से पहचान मुश्किल हो रही है लेकिन पुलिस का कहना है कि कुछ महत्वपूर्ण क्लू मिले हैं जिन पर तेजी से काम किया जा रहा है।