स्टैंडर्ड पर खरा नहीं उतरा पतंजलि का लाल मिर्च पाउडर, FSSAI ने बाजार से वापस मंगाने के दिए निर्देश

FSSAI के निर्देश पर पतंजलि फूड्स लिमिटेड मार्केट से चार टन लाल मिर्च पाउडर वापस मंगाने जा रही है। कंपनी ने ग्राहकों से लाल मिर्च पाउडर वापस कर अपने नजदीकी स्टोर से रुपए लेने की अपील की है।

Updated: Jan 24, 2025, 07:58 PM IST

नई दिल्ली। यदि आप भी बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि के प्रोडक्ट्स का उपयोग करते हैं तो सावधान हो जाएं। पतंजलि का एक और उत्पाद अमानक पाया गया है। FSSAI की जांच में पतंजलि फूड्स लिमिटेड का लाल मिर्च पाउडर स्टैंडर्ड पर खरा नहीं उतरा। फूड रेग्युलेटर ने कंपनी से उसके लाल मिर्च पाउडर मार्केट से वापस लेने के निर्देश दिए हैं।

FSSAI के निर्देश का पालन करते हुए पतंजलि ने लाल मिर्च पाउडर के सारे पैकेट्स बाजार से वापस मंगाने का फैसला किया है। कंपनी इसके लिए ग्राहकों को पैसे भी रिटर्न करेगी। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजीव अस्थाना ने एक बयान में कहा कि पतंजलि फूड्स ने 4 टन लाल मिर्च पाउडर (200 ग्राम पैक) के छोटे बैच को वापस मंगाया है।

उन्होंने कहा, 'उत्पाद के नमूनों की जांच करने पर पाया गया कि उनमें कीटनाशक अवशेषों की अधिकतम स्वीकार्य सीमा नहीं है। एफएसएसएआई ने लाल मिर्च पाउडर सहित विभिन्न खाद्य पदार्थों के लिए कीटनाशक अवशेषों की अधिकतम अवशेष सीमा (एमआरएल) निर्धारित की है।'

FSSAI के निर्देशानुसार कंपनी अपने एक बैच के सभी लाल मिर्च पाउडर को वापस मंगाकर ग्राहकों के पैसे रिटर्न करेगी। कंपनी ने उत्पाद खरीदने वाले उपभोक्ताओं तक यह सूचना पहुंचाने के लिए विज्ञापन भी जारी किए हैं। कंपनी ने ग्राहकों से अपील की है कि वे उत्पाद को, जहां से उसे खरीदा है, वहां जाकर लौटाएं और पूरा पैसा वापस ले लें।

बता दें कि बाबा रामदेव के पतंजलि आयुर्वेद ग्रुप ने रुचि सोया कंपनी का अधिग्रहण करने के बाद उसका नाम बदलकर पतंजलि फूड्स कर दिया था। ये देश की प्रमुख दैनिक उपयोग की घरेलू वस्तुएं बनाने वाली कंपनी में से एक है। हालांकि, कंपनी अपने प्रोडक्ट्स को लेकर अक्सर विवादों में रही है। साल 2017 में एक निजी लैब टेस्ट की रिपोर्ट में पता चला था कि कंपनी के 40 फीसदी प्रोडक्ट अमानक हैं। हाल में कंपनी के दिव्य दंत मंजन पर भी मांसाहारी श्रेणी में आने के आरोप लगे थे। फिलहाल यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है।