इंदौर की सड़कों पर दौड़ेंगी 50 AC ईवी बसें, CM मोहन यादव ने दिखाई हरी झंडी
मध्य प्रदेश के इंदौर को गुरुवार को एक नई सौगात मिली है। ग्रीन मोबिलिटी और लास्ट माइल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए सीएम मोहन यादव ने ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर से 50 इलेक्ट्रिक एसी बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

इंदौर। स्वच्छता में देश के शीर्ष शहर इंदौर को गुरुवार को एक नई सौगात मिली है। ग्रीन मोबिलिटी और लास्ट माइल कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए सीएम मोहन यादव ने ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर से 50 इलेक्ट्रिक एसी बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। अत्याधुनिक तकनीकी सुविधाओं से लैस इन एसी बसों का संचालन नेट कॉस्ट मॉडल पर किया जाएगा।
जानकारी के मुताबिक जिन 50 एसी इलेक्ट्रिक बसों का आज मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उद्घाटन किया है उनकी लागत लगभग 60 करोड़ रुपए हैं। बसों के उद्घाटन के बाद सीएम ने कहा कि ये पर्यावरण के अनुकूल बसें शहर की परिवहन व्यवस्था को नई दिशा देंगी और नगरवासीयों को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित परिवहन सुविधाएं उपलब्ध कराएंगी।
गुरुवार से शुरु होने वाली ये इलेक्ट्रिक बसें एक सिंगल चार्ज और ऑपर्च्युनिटी चार्जिंग से रोजाना 180 किलोमीटर तक इंदौर की सड़कों पर दौड़ सकती हैं। इनमें से प्रत्येक इलेक्ट्रिक बस की कीमत लगभग 1.2 करोड़ बताई गई है। इन बसों का संचालन नेट कॉस्ट मॉडल पर किया जाएगा, जहां सरकार अमृत योजना के अंतर्गत 40 प्रतिशत वीजीएफ (व्यवहार्यता अंतर वित्तपोषण) प्रदान करेगी।
बता दें कि व्यवहार्यता अंतर वित्तपोषण सरकार द्वारा उन बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए दिया जाने वाला वित्तीय अनुदान है जो समाज और अर्थव्यवस्था के लिए तो जरूरी हैं। यह एक तरह की आर्थिक मदद है जो इन परियोजनाओं को आत्मनिर्भर और टिकाऊ बनाने में मदद करती है।