MP में बिजलीकर्मियों की बड़ी हड़ताल, 9 जनवरी से काम पर नहीं जाएंगे 70 हजार कर्मचारी

बिजलीकर्मियों ने 6 जनवरी तक मांगों को पूरा कराने का अल्टीमेटम दिया है। मांगें पूरी नहीं होने पर वे काम का बहिष्कार करते हुए प्रदर्शन करेंगे।

Updated: Jan 03, 2023, 04:16 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों के बाद अब बिजली कर्मचारी भी आर-पार की लड़ाई के मूड में आ गए हैं। बिजली कर्मियों ने 9 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया है। इस दौरान प्रदेशभर में 70 हजार बिजलीकर्मी काम पर नहीं जाएंगे।

ये आंदोलन "यूनाइटेड फोरम फॉर पॉवर इंप्लाइज एवं इंजीनियर्स" के बैनर तले शुरू हो रही है। संगठन के प्रदेश संयोजक वीकेएस परिहार ने बताया कि बिजलीकर्मी अपनी मांगों को लेकर पिछले छह साल से आंदोलन कर रहे हैं। पूर्व के आंदोलन के दौरान ऊर्जा मंत्री एवं अफसरों ने आश्वासन दिए। बावजूद मांगें पूरी नहीं हुई। उल्टे कर्मचारियों पर कार्रवाई जारी है। उन्होंने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि 6 जनवरी तक मांगों का निराकरण नहीं हुआ तो 9 जनवरी से सभी कार्यों का बहिष्कार कर देंगे। यह बहिष्कार अनिश्चितकालीन चलेगा।

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बिजली कर्मचारियों की मुख्य रूप से 5 मांगें हैं। सबसे प्रमुख मांग यह है कि उन्हें परमानेंट किया जाए। वहीं आउटसोर्स कर्मचारियों को संविलियन करते हुए कार्यावधि और वरिष्ठता के अनुसार पेमेंट बढ़ाया जाए। 20 लाख रुपए तक दुर्घटना बीमा भी कराया जाए। इसके अलावा पुरानी पेंशन बहाल की जाए। ताकि, रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी और उनके परिवार का भविष्य सुरक्षित हो सके। वेतन विसंगतियों को दूर करने के लिए कमेटी बनाई जाए। साथ ही कई वर्षों से लंबित फ्रिंज बेनिफिटस का पुर्ननिरीक्षण करते हुए सभी अधिकारी-कर्मचारियों एवं पेंशनर्स के लिए मेडिक्लेम पॉलिसी लागू की जाए।

बिजलीकर्मियों के हड़ताल से प्रदेशभर में विद्युत आपूर्ति प्रभावित रहेगी। प्रदर्शन के कारण यदि कहीं लाइन फॉल्ट हुई तो उसे सुधारने वाला कोई नहीं रहेगा। नए कनेक्शन से लेकर बिल वसूली जैसे कामों पर भी असर पड़ेगा। राजधानी भोपाल में एसई, एई, जेई से लेकर निचले स्तर के करीब 3 हजार कर्मचारी हड़ताल में शामिल रहेंगे।