मध्य प्रदेश में 18 जून तक मॉनसून की एंट्री, कई जिलों में आज भी होगी प्री मॉनसून की बारिश

मध्य प्रदेश में मौसम मिलाजुला है। कहीं बारिश तो कहीं गर्मी का कहर जारी है। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की ब्रांच थोड़ी कमजोर हो गई है। ऐसे में एमपी में मानसून दो दिन देर से आएगा।

Updated: Jun 13, 2024, 09:06 AM IST

भोपाल। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर की ब्रांच कमजोर पड़ने की वजह से मध्य प्रदेश में मानसून दो दिन लेट हो गया है। सामान्य रूप से मध्य प्रदेश में मानसून पहुंचने का समय 15 जून है। हालांकि, इस बार मॉनसून के 18 जून तक मध्य प्रदेश में एंट्री की संभावना है।

मध्य प्रदेश में प्री मानसून की बारिश जारी है, जबकि आधे प्रदेश में भीषण गर्मी से लोगों का हाल बेहाल है। बुधवार को रायसेन-सागर, छिंदवाड़ा, राजगढ़ समेत कई जिलों मे बारिश हुई। वहीं खजुराहो प्रदेश का सबसे गर्म शहर रहा। छतरपुर, रीवा, सतना, सिंगरौली में भीषण गर्मी रही। राजगढ़ के नरसिंहगढ़ और बड़वानी के सेंधवा ब्लॉक में करीब आधे घंटे बारिश हुई। रात के समय इंदौर में भी बदरा बरस पड़े।

मौसम विभाग ने भोपाल, विदिशा, देवास, नीमच, सीहोर, खरगोन के महेश्वर, इंदौर, शाजापुर, खंडवा के ओंकारेश्वर, पांढुर्णा, डिंडोरी, सिवनी में मौसम बदलने का अलर्ट जारी किया है। यहां आकाशीय बिजली गिरने और 50 किमी प्रतिघंटा तक आंधी चलने का अनुमान है। वहीं बालाघाट, अशोकनगर, छिंदवाड़ा, उदयगिरि, राजगढ़, अलीराजपुर, धार, सागर, दमोह, अनूपपुर के अमरकंटक, रायसेन और बड़वानी जिलों में रात के समय हल्की गरज के साथ बिजली गिरने की आशंका है।

बुधवार को छिंदवाड़ा के चांद के सिरस सिंगोड़ी गांव में बिजली गिरने से 18 साल के चंदन कहार की मौत हो गई। भोपाल के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह के मुताबिक मॉनसून महाराष्ट्र के कई हिस्सों को कवर कर चुका है और मध्य प्रदेश की सीमा के करीब है।