IAS संतोष वर्मा के विरुद्ध ब्राह्मण समाज का प्रदर्शन, भोपाल में मंत्रालय के सामने शंख बजाकर रैली निकाली
राज्य सरकार ने संतोष वर्मा को कृषि विभाग से हटाकर GAD पूल में भेज दिया है और IAS सेवा से बर्खास्त करने का प्रस्ताव केंद्र को भेजने का निर्णय लिया है।
भोपाल। मध्य प्रदेश में IAS अधिकारी और अजाक्स अध्यक्ष संतोष वर्मा के विवादित बयानों को लेकर बवाल बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को भी ब्राह्मण समाज के लोगों ने भोपाल में वर्मा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। सकल ब्राह्मण समाज संयुक्त मोर्चा तथा सामान्य वर्ग के कर्मचारियों द्वारा मंत्रालय के सामने शंखनाद कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस दौरान ब्राह्मण समाज के लोगो ने प्रशासन को जगाने के लिए मंत्रालय के सामने शंख झालर बजाकर प्रदर्शन किया। साथ ही हनुमान चालीसा पाठ किया। कार्यक्रम के पहले यह तय हुआ कि संतोष वर्मा के विरुद्ध कार्रवाई के कागज उपलब्ध नहीं करा दिए जाते तब तक आंदोलन यथावत चलता रहेगा। इसी कड़ी में 14 दिसम्बर को सीएम हाउस का घेराव करने की तैयारी है।
मंत्रालय अधिकारी कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुधीर नायक ने बताया कि बेटियों के प्रति अभद्र गंदी टिप्पणी करने के और कई प्रकार के फर्जीवाड़े उजागर हो जाने के बावजूद आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा के विरुद्ध 18 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अभी तक ब्राह्मण वर्ग और सामान्य वर्ग के लोग अलग-अलग स्तर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। अब संयुक्त संघर्ष मोर्चा के संयुक्त आंदोलन का यह प्रथम चरण है। संयुक्त मोर्चा का गठन हो चुका है और आंदोलन न्याय मिलने तक जारी रहेगा।
संतोष वर्मा के विवादित बयानों के आरोपों पर बड़ा कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संज्ञान लेते हुए GAD को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार ने संतोष वर्मा को कृषि विभाग से हटाकर GAD पूल में भेज दिया है और IAS सेवा से बर्खास्त करने का प्रस्ताव केंद्र को भेजने का निर्णय लिया है।
बता दें कि IAS वर्मा के विरुद्ध राज्य प्रशासनिक सेवा से भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) में प्रमोशन के लिए फर्जी और जाली आदेश तैयार कराने का मामला भी सामने आया है। इस संबंध में अलग-अलग अदालतों में आपराधिक प्रकरण लंबित हैं। फर्जी दस्तावेजों और धोखाधड़ी के आधार पर प्राप्त IAS पदोन्नति को गलत मानते हुए राज्य सरकार ने संतोष वर्मा को आईएएस सेवा से बर्खास्त करने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजने का निर्णय लिया है।




