गुना में पुलिस कॉन्स्टेबल की क्रूरता, रिश्वत के पैसे वापस मांगने पर जिंदा जलाया
गुना में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक पुलिसकर्मी ने ठगी के शिकार व्यक्ति को पेट्रोल डालकर आग लगा दी। इस घटना में पीड़ित चंदन सिंह 70 फीसदी जल गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

गुना। मध्य प्रदेश के गुना से रूह कंपाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक रिश्वतखोर पुलिस कॉन्स्टेबल ने ठगी के शिकार व्यक्ति को पेट्रोल डालकर आग लगा दी। आग में 70 फीसदी झुलसने के तीन दिन बाद पीड़ित की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई।
पुलिसकर्मी ने ऐसा क्यों किया, इसके पीछे की वजह जानकर आप हैरान रह जाएंगे।
मृतक चंदन गुर्जर, निवासी ग्राम कुलंबेह, ने अपने बयान में बताया था कि कुछ महीने पहले उसके मित्र मांगीलाल गुर्जर ने लंकेश वामन नामक व्यक्ति से 200 ग्राम सोना 4.70 लाख रुपए में खरीदा था। बाद में पता चला कि सोना नकली है। इस पर चंदन ने मदद के लिए आरक्षक सुरेन्द्र भील से संपर्क किया।
चंदन के मुताबिक, सुरेंद्र ने कार्रवाई के एवज में एक लाख रुपए की मांग की। चंदन ने 40 क्विंटल गेहूं बेचकर यह रकम उसे दी, लेकिन न तो पैसे वापस दिलवाए गए और न ही कोई कार्रवाई की गई। पैसे वापस मांगने पर सुरेन्द्र बहाने बनाने लगा और अंत में देने से साफ इनकार कर दिया।
इसके बाद रविवार को जब चंदन रुपए मांगने आरक्षक सुरेन्द्र के घर पहुंचा, तो विवाद इतना बढ़ गया कि सुरेन्द्र ने उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। चंदन का यह भी आरोप है कि घटना के वक्त सुरेन्द्र का बेटा उसे पकड़ कर रोके रहा।
घटना के बाद चंदन को पहले चांचौड़ा अस्पताल लाया गया, फिर हालत गंभीर होने पर गुना जिला अस्पताल और वहां से भोपाल के कमला नेहरू अस्पताल रेफर किया गया। जहां चार दिन तक इलाज के बाद गुरुवार सुबह करीब 4 बजे उसकी मौत हो गई। पोस्टमॉर्टम के बाद शव को परिजन गुना लेकर रवाना हो गए। चंदन की मौत के बाद आरक्षक सुरेन्द्र भील के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।