2028 चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस, मांडू में कल से होगी विधायकों की ट्रेनिंग, एक्सपर्ट्स लेंगे सेशन

मध्य प्रदेश कांग्रेस अपने विधायकों के लिए प्रशिक्षण शिविर लगा रही है। धार जिले के मांडू में कांग्रेस विधायकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा।

Updated: Jul 20, 2025, 09:57 AM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में विधानसभा का चुनाव भले ही अभी काफी दूर है, लेकिन कांग्रेस पार्टी अभी से तैयारियों में जुट गई है। मध्य प्रदेश कांग्रेस अपने विधायकों के लिए प्रशिक्षण शिविर लगा रही है। धार जिले के मांडू में कांग्रेस विधायकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा। सोमवार और मंगलवार को आयोजित इस प्रशिक्षण में करीब 10 सत्र होंगे, जिनमें नेता और विषय-विशेषज्ञ विधायकों को संबोधित करेंगे।

कल, यानी 21 जुलाई से संसद का सत्र भी शुरू हो रहा है। इसी कारण राहुल गांधी इस प्रशिक्षण शिविर में शामिल नहीं हो पाएंगे। 21 या 22 जुलाई को किसी भी दिन राहुल गांधी वर्चुअली जुड़कर विधायकों को संबोधित कर सकते हैं। इस ट्रेनिंग कैम्प को नव संकल्प शिविर नाम दिया गया है। इसमें अलग-अलग मामलों के एक्सपर्ट विधायकों को प्रशिक्षण देंगे।

प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी की निगरानी में विधायकों की ट्रेनिंग होगी। विधायक 20 जुलाई को मांडू पहुंचेंगे और रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करेंगे। इसके बाद 21 और जुलाई को लगभग 12 सत्रों में विधायकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। ट्रेनिंग का उद्देश्य, महत्वपूर्ण विषय परिचय विधि और प्रतिभागी विधायकों से अपेक्षाओं के बारे में बताया जाएगा।

शिविर में विधायकों को कांग्रेस की विचारधारा, पार्टी के इतिहास, स्वतंत्रता आंदोलन और आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी की भूमिका के बारे में बताया जाएगा। इस सत्र में स्वतंत्रता के आंदोलन से लेकर देश के विकास में स्थापित किए गए अंतर्राष्ट्रीय स्तर के शैक्षणिक संस्थानों, उद्योगों और स्वतंत्रता के बाद से लेकर अब तक की चुनौतियों के बारे में बताया जाएगा। पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन भी एक सत्र को संबोधित करेंगी।

नव संकल्प शिविर में भारतीय संविधान का महत्व और संविधान निर्माण में कांग्रेस की भूमिका पर चर्चा होगी। प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी विधायकों को संगठन के महत्व को बताएंगे। विधायकों को यह बताया जाएगा कि वर्तमान में संगठन की क्या स्थिति है और भविष्य के लिए संगठन का निर्माण और विस्तार किस तरह किया जाना है। संगठनात्मक कौशल और प्रक्रिया को भी विधायकों से साझा किया जाएगा। मौजूदा राजनीतिक चुनौतियों और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की भूमिका को भी चौधरी विधायकों के बीच रखेंगे।