रिश्तेदार ने ही किया था कांग्रेस विधायक के पोते का अपहरण, छिंदवाड़ा में मिला रायसेन से लापता हुआ बच्चा
बच्चे का अपहरण रिश्तेदार ने रुपयों के लालच में किया था। आरोपियों ने डेढ़ किलो सोने (करीब डेढ़ करोड़ रुपए) की मांग की थी।

छिंदवाड़ा। मध्य प्रदेश के रायसेन में कांग्रेस विधायक देवेंद्र पटेल के पोते दिव्यम के रहस्यमय तरीके से लापता होने के बाद पुलिस ने छिंदवाड़ा के तामिया से उसे सकुशल बरामद कर लिया है। शुक्रवार को गांव लौटने पर बच्चे का धूमधाम से स्वागत किया गया। हालांकि इस घटना ने पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल बन गया है।
रायसेन के सिलवानी से कांग्रेस विधायक देवेंद्र पटेल का पोता गुरुवार को लापता हो गया था। दिव्यम विधायक के चचेरे भाई के बेटे योगेंद्र पटेल का बेटा है। घर पर लगे सीसीटीवी फुटेज में दिव्यम सुबह 11:02 बजे आंगन में सेब खाते हुए दिखा था। इसके बाद वह कहीं नजर नहीं आया।
दिव्यम के लापता होने की सूचना मिलते ही विधायक पटेल सहित अन्य रिश्तेदार मौके पर पहुंचे। परिजन ने घर, मोहल्ले और आसपास के क्षेत्र में तलाश की, लेकिन बच्चा नहीं मिला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर गुमशुदगी और अपहरण की धाराओं में केस दर्ज किया।
शिकायत के बाद से ही बेगमगंज, सिलवानी और गैरतगंज थाने की पुलिस टीमें सर्च ऑपरेशन में जुटी रही। पुलिस बच्चे को खोजने के लिए ड्रोन कैमरे और डॉग स्क्वॉड की मदद भी ली। सभी को बच्चे के पिता की बुआ के लड़के पर शक हुआ। उससे पूछताछ की गई, इसी आधार पर पुलिस बच्चे तक पहुंची।
विधायक देवेंद्र पटेल ने कहा कि हम पुलिस, प्रशासन और ग्रामवासियों को धन्यवाद देते हैं, सभी ने पूरी तत्परता से मेहनत करके बच्चे के बारे में जानकारी दी। खुशी की बात यह है कि बालक मिल गया, साथ में दुख की बात यह है कि आरोपी परिवार के ही सदस्य हैं। आरोपी मेरा भांजा और दिव्यम का चाचा लगता है।
एसपी पंकज कुमार पाण्डेय ने बताया कि बच्चे का अपहरण रिश्तेदार ने रुपयों के लालच में किया था। आरोपियों ने डेढ़ किलो सोने (करीब डेढ़ करोड़ रुपए) की मांग की थी। ग्रामीणों से पूछताछ की और सीसीटीवी खंगाले गए। संदेह होने पर पुलिस ने बच्चे के रिश्ते में लगने वाले चाचा अनु उर्फ अरविंद पटेल को उसके घर के पास से पकड़ा। उससे पूछताछ करने पर बच्चे का पता चल गया। लोकेशन पर पहुंचकर आरोपी राहुल पटेल और उमेश गौर को भी पकड़ लिया गया।