पटवारी भर्ती में दिव्यांग, वन रक्षक-जेल प्रहरी परीक्षा में फिट, कांग्रेस नेता अरुण यादव ने लगाए गंभीर आरोप

कांग्रेस पार्टी की ओर से जारी वीड‍ियो में टॉपर ने खुद माना है कि उन्होंने और उनके परिवार ने 15 लाख रुपये की देकर इस परीक्षा में सेलेक्शन पाया है।

Updated: Jul 17, 2023, 07:04 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश पटवारी भर्ती परीक्षा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हर रोज इस परीक्षा को लेकर चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। इस पूरे मामले पर शिवराज सरकार चौतरफा घिरी हुई है। प्रदेशभर में पटवारी परीक्षा कैंसल करने के लिए युवा प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच कांग्रेस नेता अरुण यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि पटवारी भर्ती का दिव्यांग अभ्यर्थी, वन रक्षक-जेल प्रहरी परीक्षा में फिट था।

कांग्रेस के सीनियर नेता अरुण यादव ने बड़ा आरोप लगाते हुए ट्वीट किया, 'पटवारी भर्ती परीक्षा में जो अभ्यर्थी दिव्यांग थे, वे वन रक्षक-जेल प्रहरी परीक्षा में फिट कैसे हो गए। यह कौन सा नया प्रयोग है।' पूर्व मंत्री ने ऐसे चार अभ्यर्थियों के पटवारी भर्ती परीक्षा के एडमिट कार्ड और रिजल्ट ट्वीट के साथ पोस्ट किए हैं। उन्होंने ट्वीट में कहा, 'एमपी कर्मचारी चयन मंडल का नया कारनामा। क्या शिवराज सरकार में युवाओं के साथ खिलवाड़ किया जा रहा? फर्जी प्रमाणपत्र बनाने वाले लोग कौन?

अरुण यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि, 'इससे पहले मुरैना में दिव्यांग कोटे से फर्जीवाड़े की खबरें सामने आ चुकी हैं। क्या फर्जी दिव्यांगों को नियुक्तियां दी जा रही हैं? मुरैना में त्यागी सरनेम के एक समान दर्जभर दिव्यांग अभ्यर्थी चयनित हुए हैं। आकाश शर्मा पिता रामभजन शर्मा, यह अभ्यर्थी तो टॉपर लिस्ट में 8वें स्थान पर है।'

सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जो पटवारी भर्ती परीक्षा परिणाम को लेकर संदेह पैदा करने के लिए काफी है। वीडियो में पटवारी परीक्षा की थर्ड टॉपर पूनम रजावत एक मीडिया संस्थान को इंटरव्यू दे रही है। इसमें मध्य प्रदेश की राजधानी पूछने पर वह दिल्ली बताती हैं। इंटरव्यू देखकर प्रतीत होता है कि उन्हें यह भी नहीं पता कि मध्य प्रदेश में कितने जिले और संभाग हैं। ऐसे में भर्ती परीक्षा को लेकर सवाल उठना लाजमी है।