कूनो में वन विभाग की बड़ी कार्रवाई, कोर एरिया से शिकारी को पकड़ा, बंदूक और विस्फोटक बरामद

मध्‍य प्रदेश के श्‍योपुर के कूनो नेशनल पार्क से वन विभाग की टीम ने एक शिकारी को पकड़ा है। शिकारी कोर एरिया में शिकार करने आया था। वन विभाग के कर्मचारियों ने उसके पास से एक बंदूक भी जब्‍त की है।

Updated: Apr 30, 2023, 10:08 AM IST

श्योपुर। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीते शिफ्ट किए जाने के बाद शिकारियों का मूवमेंट बढ़ गया है। वन्यजीवों का शिकार करने के लिए कुछ शिकारी कूनो नेशनल पार्क के आसपास सक्रिय हैं। वन विभाग की टीम भी अलर्ट है। वन विभाग ने एक शिकारी को गिरफ्तार भी किया है। शिकारी के बाद से बंदूक और विस्फोटक बरामद किए गए हैं।

वन विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि गिरफ्तार शिकारी आलम मोगिया निवासी कटीला, तहसील कराहल जिला श्योपुर का निवासी है। आरोपी ने गिरफ्तारी से पहले अपने हथियारों को कूनो नदी के किनारे रेत में गाढकर छुपा दिया था। वन कर्मियों की कड़ी पूछताछ के बाद रेत में गाड़े गए सभी हथियारों को भी वन विभाग टीम ने बरामद कर लिया। आरोपी शिकारी पर वन विभाग की टीम ने वर्ल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 की धारा के तहत सहित अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।

यह भी पढ़ें: भाजपा का नारा है खूब खाओ और जम के खिलाओ, पीएम मोदी और सीएम चौहान पर बरसे दिग्विजय सिंह

वन विभाग के कर्मचारियों की पूछताछ के दौरान आलम मोगिया ने बताया कि वह चीतल का शिकार करने के लिए कूनो आया था। वन कर्मियों की मानें तो वह चीतों की लोकेशन वाले एरिया से करीब 15 किलोमीटर दूर से पकड़ा गया है, इसलिए उससे चीतों को कोई खतरा होने की संभावना नहीं है। अधिकारियों के मुताबिक चीता को एक बार फिर बसाने की परियोजना शुरू होने के बाद से गिरफ्तार किए गए सभी चार शिकारी मांसाहारी जानवरों को मारने में शामिल नहीं थे।

वनमंडल अधिकारी पीके वर्मा ने कहा, ‘‘हमने मोगिया से पूछताछ की। उसका किसी भी बड़े शिकारी गिरोह से कोई संबंध नहीं है।’’ बता दें कि दिसंबर 2022 में एक बाघ का शव मध्य प्रदेश के पन्ना बाघ अभयारण्य के पास एक क्लच-वायर के फंदे में एक पेड़ से लटका हुआ पाया गया था। अधिकारियों को संदेह था कि उसकी मौत में शिकारियों का हाथ है। हालांकि, शिकारी पकड़े नहीं गए।