खीवनी अभ्यारण के ग्रामीणों से मिले पूर्व CM दिग्विजय सिंह, मौके पर ही कराया समस्याओं का निराकरण
राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने खीवनी अभ्यारण में आने वाले तकरीबन पंद्रह गांवों के संकड़ों ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को समझा। साथ ही मौके से ही तत्काल प्रशासनिक अधिकारियों को उसके निराकरण के निर्देश दिए।

कन्नौद। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह गुरुवार को देवास जिले के कन्नौद पहुंचे। यहां उन्होंने खीवनी अभ्यारण में आने वाले ग्रामीणों से चर्चा की एवं उनकी मुख्य समस्याओं का प्रशासनिक अधिकारियों से निराकरण करवाया। इस दौरान खीवनी अभ्यारण में आने वाले करीब पंद्रह गांवों के सैंकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।
दरअसल, देवास जिले के खातेगांव विधानसभा क्षेत्र के खिवनी में 23 जून को वन विभाग ने आदिवासियों के 50 से ज्यादा घरों पर बुलडोजर चला दिया था। खिवनी अभयारण्य, सालों से आस-पास बसे आदिवासी समुदायों की जीवनरेखा रहा है। यहां की जमीन, जंगल और संसाधन सदियों से आदिवासियों की आजीविका, संस्कृति और पहचान का हिस्सा रहे हैं।
हालांकि, बाद में इसे अभयारण्य घोषित कर वन विभाग द्वारा आदिवासियों को उनकी पैतृक जमीन से बेदखल किया जा रहा था। इसे लेकर विपक्ष के विरोध के बाद राज्य सरकार ने ध्वस्तीकरण कार्रवाई पर रोक लगाई थी। हालांकि, ग्रामीणों के पुनर्स्थापन के लिए आवश्यक सुविधाएं नहीं दी गईं थी।
इसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने खीवनी अभ्यारण में आने वाले तकरीबन पंद्रह गांवों के संकड़ों ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को समझा। साथ ही मौके से ही तत्काल प्रशासनिक अधिकारियों को उसके निराकरण के निर्देश दिए।