गांव में बिजली ही नहीं रहती तो ई स्कूटी का क्या करेंगे, कटनी में मेघावी छात्रों ने ई स्कूटी लेने से किया इनकार

मध्य प्रदेश सरकार मेधावी विद्यार्थियों को स्कूटी दे रही है, लेकिन कटनी के विद्यार्थियों ने ई स्कूटी लेने से मना कर दिया उनका कहना है कि गांव में बिजली ही नहीं रहती स्कूटी चार्ज कैसे होगी

Publish: Aug 24, 2023, 04:16 PM IST

Image courtesy- NDTV
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कटनी। मध्य प्रदेश के कटनी से अजीबोगरीब मामला सामने आया है। CM शिवराज ने  प्रदेश के सभी शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के कक्षा 12वीं में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को ई-स्कूटी देने का फैसला किया है इसी के तहत कटनी में टॉपर्स को स्कूटी दी जानी थी। लेकिन मौके पर पहुंचकर छात्र-छात्राओं ने गाड़ियों को देखते ही नाराज़गी जताई और स्कूटी लेने से इनकार कर दिया। वजह थी की उन्हें पेट्रोल स्कूटी की जगह ई-स्कूटी दी जा रही थी। 

मामला कटनी जिले का है। यहां उत्कृष्ट विद्यालय परिसर में बुधवार को आयोजित कार्यक्रम के दौरान जिले भर के शासकीय स्कूलों के टॉपर्स को स्कूटी देने के लिए बुलाया गया था। लेकिन जैसे ही टापर्स ने ई-स्कूटी देखी तो वे नाराज हो गए। क्योंकि कई टॉपर्स ने पेट्रोल गाड़ी के लिए आवेदन दिया था। वहीं कई छात्रों को स्कूल ने यह नहीं बताया कि ई- स्कूटी की जगह पेट्रोल गाड़ी भी मिल सकती है। जबकि शासन ने सभी मेधावी छात्रों के खाते में स्कूटी की रकम जमा करा दी है।

बता दें कि CM शिवराज ने 12 वीं बोर्ड परीक्षा में प्रदेश के सभी शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के मेधावी छात्र-छात्राओं को स्कूटी दिए जाने फैसला किया है। उन्होंने बुधवार को राज्य स्तरीय स्कूटी योजना का शुभारंभ बुधवार को शहडोल से किया था। इसके तहत पेट्रोल स्कूटी के लिए 90 हजार और ई-स्कूटी के लिए 1 लाख 20 हजार की राशि का कोटेशन छात्रों से भरवाया गया है। यह राशि सीधे उनके खाते में आएगी और स्कूल में कॉटेशन के आधार पर उनकी पसंद से पेट्रोल स्कूटी या ई-स्कूटी दी जाएगी। लेकिन कटनी में स्कूल प्रबंधन और प्रशानिक अधिकारियों ने छात्रों को पेट्रोल गाड़ी के बारे में नहीं बताया और केवल ई-स्कूटी का कोटेशन भरवा लिया।

स्कूटी लेने से इनकार करने वाले छात्र अनुराग ने कहा कि गांव में बिजली थोड़ी बहुत देर के लिए ही आती है। ऐसे में स्कूटी चार्ज नहीं होगी तो कुछ ही समय में कबाड़ हो जाएगी। गांव की सड़कें इतनी खराब हैं कि ई स्कूटी वहां चल ही नहीं पाएंगी। इसलिए मैंने पेट्रोल गाड़ी के लिए कोटेशन जमा किया था। एनकेजे हायर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा नाजिया बनो ने कहा कि उसे पेट्रोल वाली स्कूटी लेना था क्योंकि तीन साल बाद ई स्कूटी की 50 हजार की बैट्री बदलवा सकें इतने पैसे हमारे पास नहीं हैं।

परिजनों का आरोप है की छात्रों को स्कूल प्रबंधन ने पेट्रोल गाड़ी के बारे में नहीं बताया और बिना जानकारी के ई-स्कूटी का कोटेशन भरवा लिया। टॉपर्स के परिजनों का कहना है कि शासन ने गाड़ियों के लिए 1लाख 19 हजार की राशि खाते में भेजी है।और स्कूल वाले पूरी राशी के बदले यहां 1 लाख 1 हजार रुपए की कीमत वाली स्कूटी दे रहे हैं। इस तरह प्रशासनिक अधिकारी गफलतबाजी कर शासन के पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं। वहां उपस्थित सभी परिजनों और छात्रों ने मिलकर इस संबंध में कटनी के कलेक्टर अवि प्रसाद से शिकायत की।